नयी दिल्ली 25 अप्रैल (वार्ता) आम चुनाव के दूसरे चरण में 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर शुक्रवार को मतदान कराने के लिये सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गयी हैं।
दूसरे चरण में इन सीटों के 1.87 लाख मतदान केंद्रों पर कुल पंजीकृत 15.88 करोड़ से अधिक मतदाता 1206 प्रत्याशियों के चुनावी भविष्य का निर्णय करेंगे। मतदान सुबह सात बजे मतदान शुरू होगा और शाम छह बजे समाप्त हो जायेगा। इसके लिये इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को मतदान केन्द्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचा दिया गया है।
इस चरण में जिन उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम मशीनों में दर्ज होना है उनमें कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राजीव चंद्र शेखर, पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी भी शाामिल हैं।
निर्वाचन आयोग के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दूसरे चरण में मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर भी चुनाव होना था, लेकिन बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उम्मीदवार के निधन के बाद अब इस सीट पर चुनाव सात मई को तीसरे चरण में होगा।
आयोग ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिये सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये हैं और उम्रदराज और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिये विशेष प्रबंध किये गये हैं।
दूसरे चरण के चुनाव में केरल की 20, कर्नाटक की 14, राजस्थान की 13, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की आठ- आठ , मध्य प्रदेश की छह, असम और बिहार की पांच-पांच, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल की तीन-तीन और जम्मू-कश्मीर, मणिपुर तथा त्रिपुरा की एक-एक सीट पर मतदान होगा। इन पर 1206 कुल प्रत्याशी चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं।
आयोग की ओर से गुरुवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार मतदान कल सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान कराया जायेगा। आयोग के अनुसार संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों पर मतदान के समय अलग-अलग भी हो सकते हैं। इसके लिये सभी मतदान केन्द्रों पर चुनाव कराने वाली अधिकारियों की टीमें ईवीएम मशीनों के साथ पहुंचा दी गयी हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और श्री सुखबीर सिंह संधू ने चुनाव की तैयारी को अंतिम रूप दिया। आम चुनाव-2024 के दूसरे चरण के मतदान दिवस की पूर्व संध्या पर देश के 15.88 करोड़ से अधिक मतदाताओं के नाम संदेश में कहा, “आप अपना वोट डालें और ‘चुनाव का पर्व, देश का गर्व’ के उत्सव में भाग लें।”
आयोग ने चुनाव को सहभागिता के साथ स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तथा प्रलोभन मुक्त रखने और इसके लिये अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। आयोग इन चुनावों के लिये पिछले दो वर्षों से तैयारी कर रहा है।
आयोग के अनुसार दूसरे चरण में मताधिकार प्राप्त 15.88 करोड़ से अधिक मतदाताओं में 8.08 करोड़ पुरुष और 7.80 करोड़ महिला तथा 5929 उभयलिंगी मतदाता हैं। पहली बार मतदान करने वाले 34.80 लाख मतदाताओं ने वोट डालने के लिये पंजीकृत किया है। इसके अतिरिक्त 20-29 वर्ष आयु वर्ग के 3.28 करोड़ युवा मतदाता हैं। इस चरण में भाग्य अजमाने के लिए 1202 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं, जिनमें से 1098 पुरुष और 102 महिला तथा दो उभयलिंगी उम्मीदवार हैं।
दूसरे चरण की चर्चित सीटों में केरल की वायनाड सीट से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अग्नि परीक्षा होगी। इसके अलावा छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टिकट दिया है। कर्नाटक की मान्ड्या लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की साख दांव पर है। श्री कुमारस्वामी की पार्टी जनता दल (सेक्युलर) का भाजपा के साथ गठबंधन हैं। केरल की तिरुअनंतपुरम सीट भी चर्चा में है, जहां से केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर से है। राजस्थान की जोधपुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा से तीसरी बार चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं। मथुरा सीट से हेमा मालिनी और मेरठ सीट से धारावाहिक रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। भाजपा के युवा सांसद तेजस्वी सूर्या की साख बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा सीट पर दांव पर लगी है। तेजस्वी ने पिछला चुनाव इसी सीट से जीता था। कांग्रेस ने यहां सौम्या रेड्डी को टिकट दिया है। बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट शुरुआत से ही चर्चा में रही है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने यहां बीमा भारती को उतारा है। राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव इस सीट पर कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन गठबंधन सहयोगी राजद ने कांग्रेस को यह सीट नहीं दी। अब पप्पू यादव इसी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं।
मतदाताओं के लिये मतदान करने के लिये 1.87 लाख केंद्र बनाये गये हैं और स्वतंत्र एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिये 16 लाख कर्मियों को तैनात किया गया है। कल होने वाले मदान में 88 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों (सामान्य- 73, एसटी- 06, एससी-09) हैं। मतदान सुबह सात बजे शुरू होता है और शाम छह बजे समाप्त होता है। इसके अलावा मतदान और सुरक्षा कर्मियों को लाने-ले जाने के लिए 03 हेलीकॉप्टर, 04 विशेष ट्रेनें और लगभग 80 हजार वाहन तैनात किये गये हैं।
आयोग ने शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से चुनाव कराने के लिए कई निर्णायक कदम उठाये हैं। मतदान प्रक्रिया को सुरक्षित करने के लिये मतदान केंद्रों पर पर्याप्त रूप से केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है। सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो पर्यवेक्षकों की तैनाती के साथ-साथ 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जायेगी। मतदान से कुछ दिन पहले ही 251 पर्यवेक्षक (89 सामान्य पर्यवेक्षक, 53 पुलिस पर्यवेक्षक, 109 व्यय पर्यवेक्षक) अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है। कुल 4553 उड़नदस्ते, 5731 स्थैतिक निगरानी दल, 1462 वीडियो निगरानी दल और 844 वीडियो देखने वाली टीमें मतदाताओं को किसी भी प्रकार के प्रलोभन से सख्ती से और तेजी से निपटने के लिये चौबीसों घंटे निगरानी रख रही हैं।
इस चरण के मतदान के लिये कुल 1237 अंतरराज्यीय और 263 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियां, शराब, ड्रग्स, नकदी और मुफ्त वस्तुओं के किसी भी अवैध प्रवाह पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। इसके अलावा समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गयी है।
इस चरण के 88 सीटों में होने वाले मतदान के लिये 85 वर्ष अधिक के 14.78 लाख से ज्यादा मतदाता पंजीकृत और 14.70 लाख दिव्यांग और 100 साल से ऊपर के 42,226 मतदाता हैं, जिन्हें अपने घर से आराम से मतदान करने का विकल्प प्रदान किया गया है। आयोग की इस वैकल्पिक होम वोटिंग सुविधा को पहले से ही जबरदस्त सराहना और प्रतिक्रिया मिल रही है।
दसरे चरण के असम की सिलचर, मंगलदोई , नवगोंग और कलियाबोर, बिहार की किशनगंज ,कटिहार ,पूर्णिया, भागलपुर और बांका, छत्तीसगढ़ की राजनंदगांव, महासमुंद और कांकेर, जम्मू-कश्मीर की जम्मू, कर्नाटक की उडुपि, चिकमंगलूर, हासन, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्ग, तुमकुर, मांड्या, मैसूर, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु सेंट्रल ,बेंगलुरु दक्षिण, चिकबल्लापुर और कोलार केरल की कासरगोड, कन्नूर ,वाटकरा ,वायनाड ,कोझिकोड, मलप्पुरम ,पोन्नानी ,पलक्कड़ ,अलाथुर ,त्रिशूर, चलाकुडी ,एर्नाकुलम ,इडुक्की ,कोट्टायम, मावेलिककारा अलाप्पुझा ,पथानामथिट्टा ,कोल्लम ,अट्टिंगल और तिरुवनंतपुरम, मध्य प्रदेश की दमोह ,खजुराहो ,सतना ,रीवा ,बैतुल और होशंगाबाद , महाराष्ट्र की बुलढाना, अकोला,अमरावती वर्धा ,यवतमाल-वाशिम ,नांदेड़ परभनी और हिंगोली , मणिपुर की बाहरी मणिपुर और राजस्थान की टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर ,पाली ,जोधपुर ,बाड़मेर ,जालौर ,उदयपुर ,बांसवाड़ा चित्तौड़गढ़ ,कोटा झालावाड़-बारां ,राजसमंद और भीलवाड़ा त्रिपुरा की त्रिपुरा पूर्व और उत्तर प्रदेश की अमरोहा ,मेरठ ,बागपत ,गाज़ियाबाद ,गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़ मथुरा ,बुलन्दशहर ,पश्चिम बंगाल की दार्जिलिंग ,रायगंज और बेलूरघाट हैं।
गौरतलब है कि लोक सभा के पहले चरण के चुनाव में 16.63 करोड़ मतदाताओं ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल सहित कुल आठ केन्द्रीय मंत्रियों, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों और एक पूर्व राज्यपाल सहित 1605 प्रत्याशियों के चुनावी भविष्य का फैसला तय किया था। पहले चरण में 102 सीटों पर औसतन 62 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था।
कुल सात चरणों में कराये जा रहे इन चुनावों में लोकसभा की 543 सीटों के साथ-साथ अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, ओडिशा और आंध्रप्रदेश विधानसभाओं के चुनाव कराये जा रहे हैं।मतगणना चार जून को करायी जायेगी।