जिन समितियों ने की धान की फर्जी एंट्री उन पर गिरेगी गाज
जबलपुर: समर्थन मूल्य पर हुई धान खरीदी में इस बार कई समितियों द्वारा फर्जी एंट्री का खेल भी खेला गया है। जहां पर समिति ने पोर्टल पर धान की खरीद चढ़ा दी है, परंतु असल में वह धाम समिति में नहीं पाई गई है। इसके अलावा कई समितियों के केंद्रों पर धान की मात्रा भी कम मिली है। जिसके चलते अब इन सभी समितियों पर जल्द ही गाज गिरेगी। जिसके लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा जांच के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि धान खरीदी में फर्जी एंट्री को लेकर जांच के आदेश दिए हैं, जो समिति दोषी होगी, उनसे धान की राशि वसूली जाएगी।
इन जगहों पर धान मिली कम
जानकारी के अनुसार पनागर सहित कटंगी और मझौली क्षेत्र की कई समितियां में धान की कमी और फर्जी एंट्री करने की शिकायत सामने आई है जिसमें खास तौर पर कटंगी में लगभग 5600 क्विंटल और मझौली की खांड सेवा सहकारी समिति में धान की कमी मिली है। इसी प्रकार लगभग 10 समितियों की शिकायत सामने आई है, जिन पर अब जल्द ही जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
लगभग 700 मी. टन धान कम
कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है कि इतनी बड़ी खरीदी में 600-700 मीट्रिक टन की कमी बहुत बड़ा आंकड़ा नहीं है। कलेक्टर के अनुसार ज्यादा गंभीर मामला यह है कि कहीं फर्जी तरीके से केवल एंट्री तो नहीं की गई और ऐक्सैप्टेंस जारी हो चुका है, जबकि वहां धान खरीदी हुई ही ना हो। जिस पर जांच की जाएगी।
3.71 लाख मी.टन धान का ऐक्सैप्टेंस जारी
जिले में धान खरीदी में कुल 3.81 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी में से कई समितियों में धान की कमी पाई गई है। कलेक्टर ने बताया कि, 3.81 लाख मीट्रिक टन में से 3.71 लाख मीट्रिक टन धान का ऐक्सैप्टेंस जारी हो चुका है। जिसमें से कुछ धान बारिश की वजह से खराब हुई है।
इनका कहना है
धान का ऐक्सैप्टेंस जारी हो चुका है, लेकिन कई जगहों पर शिकायत आई है कि फर्जी तरीके से धान की एंट्री की गई है। वास्तव में वहां पर अगर धान की खरीदी ना हुई हो तो यह जांच का विषय है। जिसके लिए जांच करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं, रिपोर्ट आने के बाद आएगी कार्रवाई की जाएगी।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर
