नयी दिल्ली, 04 फरवरी (वार्ता) देश में ‘क्रिएट इन इंडिया’ चुनौती के तहत ‘ट्रुथ टेल हैकाथॉन’ के लिए विश्व भर से 5,600 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण किया है, जिसमें लगभग 36 प्रतिशत महिला प्रतिभागियों की है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि तकनीकी प्रतियोगिता हैकाथॉन के दौरान प्रतिभागी प्रोग्रामर, डिजाइनर और अन्य तकनीकी पेशेवर को एक निर्धारित समय-सीमा के भीतर नए सॉफ़्टवेयर, ऐप, वेबसाइट, या अन्य तकनीकी समस्या को हल करना है।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस पहल का मुख्य लक्ष्य डिजिटल प्लेटफार्मों पर फैलाई जा रही भ्रामक और झूठी सूचनाओं के प्रसार को नियंत्रित करना और सही जानकारी को लोगों तक पहुंचाना है। इसके अलावा, सीधा प्रसारण में सूचना का निर्धारित समय पर पता लगाने और सत्यापन के लिए एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता)-संचालित उपकरण विकसित करना, मीडिया परिदृश्य में विश्वास और पारदर्शिता बढ़ाना तथा समाचार रिपोर्टिंग में एआई के नैतिक उपयोग को बढ़ावा देना है।
इस पहल को मंत्रालय और इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीइए) के संयुक्त प्रयास से शुरू किया गया है। इसमें इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, इंडियाएआई मिशन और डेटालीड सहित प्रमुख भागीदारों का समर्थन प्राप्त है, जो मीडिया प्रौद्योगिकी में नवाचार को बढ़ावा देने और प्रसारण मानकों को बनाए रखने के लिए आईसीइए की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे संबंधित प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि 21 फरवरी है।
विज्ञप्ति के अनुसार, हैकाथॉन में आमतौर पर विभिन्न विषय सॉफ़्टवेयर विकास, डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्वास्थ्य, शिक्षा, या पर्यावरण से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। इसमें प्रतिभागियों को नवाचार, टीमवर्क, और तकनीकी कौशल का उपयोग करके नए समाधान उत्पन्न करने का अवसर मिलता है। इस प्रतियोगिता के लिये विश्व भर से 5,600 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है।
विजेता टीम को 10 लाख रुपए नकद पुरस्कार, मेंटरशिप के अवसर और इनक्यूबेशन सहायता मिलेगी।