उलानबटोर, 04 फरवरी (वार्ता) मंगोलिया के स्वास्थ्य मंत्री तोगटमोल मुंखसाईखान ने कहा कि देश को अगले सप्ताह मेनिंगोकोकल वैक्सीन की 2,000 खुराकें मिलने वाली है।
मुंखसाईखान ने मंगोलिया में राष्ट्रीय संचारी रोग केंद्र (एनसीसीडी) में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के निवासी प्रतिनिधि सोकोरो एस्क्लांते के साथ काम करते हुए सोमवार को यह टिप्पणी की।
उनकी चर्चा में निंगोकोकल मेनिनजाइटिस के चल रहे प्रकोप, तैयारियों, टीकाकरण के प्रयासों और संक्रामक एजेंट के विभिन्न उपभेदों की पहचान करते हुए निदान पर केंद्रित थी।
मुंखसाईखान ने कहा कि मेनिंगोकोकल वैक्सीन को नियमित टीकाकरण कार्यक्रमों के हिस्से के बजाय किसी प्रकोप के जवाब में एक महामारी विज्ञान उपाय के रूप में प्रशासित किया जाता है। इसकी सीमित शेल्फ लाइफ होने के कारण, कोई स्थायी स्टॉक नहीं है।
अगले सप्ताह, मंगोलिया को डब्ल्यूएचओ के सहयोग से आदेशित 2000 वैक्सीन की खुराक मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि कि टीकाकरण अभियान में उच्च जोखिम वाले समूहों और उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जो पुष्टि या संदिग्ध मामलों के निकट संपर्क में रहे हैं।
एनसीसीडी के अनुसार, 2024 के अंत में मंगोलिया में मेनिंगोकोकल संक्रमण के दो मामले दर्ज किए गए। पिछले हफ्ते राजधानी उलानबटोर में एक तीन वर्षीय लड़के की इस बीमारी से मौत हो गई। केंद्र ने कहा कि इसके अलावा, उलानबटोर में दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं, प्रयोगशाला परीक्षण के परिणाम लंबित हैं।
मेनिंगोकोकल रोग जीवाणु निसेरिया मेनिंगिटिडिस के कारण होता है और इससे मस्तिष्क की सुरक्षात्मक परत, रक्त या दोनों गंभीर रूप से संक्रमित हो सकते हैँ और अगर सही उपचार न किया जाए, तो संक्रमण से मृत्यु दर अधिक हो सकती है, लेकिन इसे टीके से रोका जा सकता है।
रोग के सामान्य लक्षणों में अचानक बुखार, उल्टी, मतली, सिरदर्द, गर्दन में अकड़न, पीठ दर्द और प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता बढ़ना शामिल है।