फरवरी में शहर में 20 प्रतिशत तक कमी का लक्ष्य
इंदौर:शहर में ऊर्जा संरक्षण और उत्सर्जन में कमी लाने के अभियान के परिणाम अब नजर आने लगे है. आज महापौर पुष्यमित्र भार्गव और क्लाइमेट मिशन संचालकों ने शहर के कई संस्थानों, स्कूल, कॉलेज की बिजली खपत में कमी होने का आंकड़े प्रस्तुत किए. साथ ही फरवरी माह के अंत तक 20 प्रतिशत बिजली खपत में कमी का लक्ष्य निर्धारित किया है. शहर के 4 लाख परिवारों तक ऊर्जा संरक्षण सुधारक और संवारने के जुड़ने की शुरुआत करने के बात कही.
एक दिसंबर से शहर में स्वराज फाउंडेशन और इंदौर क्लाइमेट मिशन की शुरुआत की गई थी। इस मिशन के रहा शहर को विश्व में पर्यावरण और ऊर्जा उत्सर्जन में कमी लाने के लिए अभियान शुरू किया गया था. आज 60 दिन पूरे होने पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवम स्वराज फाउंडेशन के मीडिया को बताया कि शहर में कई संस्थानों में बिजली खपत में 20 से 40 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है.
शहर के जीएसआईटीएस 13, निपनिया परिसर चोइथराम स्कूल परिसर 41 और हॉस्पिटल 18, तिरथबाई कलाचंद स्कूल 43, महापौर कार्यालय में 35, होलकर साइंस कॉलेज में 13 प्रतिशत बिजली खपत में कमी आई है. यह कमी ऊर्जा संरक्षण के मिशन के तहत चल रहे अभियान का परिणाम है. अगले कुछ दिनों में शहर स्कूल और कॉलेज के साथ सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों के साथ शैक्षणिक, डॉक्टर, आईआईटी प्रोफेशनल, को जोड़कर अभियान में तेजी लाई जाएगी. साथ शहर के 4 लाख परिवारों को ऊर्जा संरक्षण और सुधारने, संवारने के लिए जोडकर पूरे विश्व में इंदौर प्रगतिशील परिवर्तन का नेतृत्व करेगा.
जलवायु परिवर्तन की रोकथाम के लिए पहचान बनाएगा इंदौरः महापौर
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर हमेशा प्रगतिशील कार्यो में आगे रहा है. क्लाइमेट मिशन के माध्यम से विश्व में भी जलवायु परिवर्तन की रोकथाम के लिए पहचान बनाएगा. स्वराज फाउंडेशन के चेतन सिंह सोलंकी ने कहा कि विश्व का पहला जलवायु सुधारक शहर इंदौर बनेगा. बिजली बचाना, जीवन बचाना भविष्य को संवारने और सुरक्षित करने के लिए उठाए कदम है