शिवपुरी: मोहना से शिवपुरी तक लगभग 50 किलोमीटर एनएच-46 फोरलेन हाईवे पर लगभग तीन महीने खतरे के निकल चुके है,100 दिन में विभाग एक लाइट का फाल्ट नहीं खोज सका है,इस कारण पूरे 50 किलोमीटर तक सड़क पर अंधेरा पसरा है। यह अंधेरा कब कोई बड़ा हादसा करा दे इसकी कोई गारंटी नहीं हैं।इस हाईवे से सटकर ही माधव नेशनल पार्क बना है।
अक्सर वन्य प्राणी सड़क पर आ जाते हैं। ऐसे में अंधेरे में वन्य प्राणियों के वाहनों की चपेट में आने का खतरा है। खास बात ये है कि दो पहिया वाहन सवार भी इस हाईवे से गुजरते हैं। यदि उनको अंधेरे में पशु सड़क पर दिखाई नहीं दिया तो आमजन भी वन्य प्राणियों का शिकार बन सकते हैं।क्षेत्रीय निवासियों के मुताबिक करीब 3 माह से हाईवे अंधेरे में डूबा हुआ है।
जबकि नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के जिम्मेदार अफसर इसे टेम्परेरी फाल्ट बताते हुए जल्द ही सुधार कार्य करने की बात कर रहे हैं।ग्वालियर से शिवपुरी तक पहुंचने वाला हाइवे आगे इंदौर, भोपाल और कोटा को कनेक्ट करता है। इस मार्ग से प्रति घंटे करीब 1500-2000 वाहनों की आवाजाही रहती है। खास बात ये है कि इस हाईवे से सटे कई छोटे-छोटे गांव, कस्बे भी हैं। यह हाइवे काफी महत्वपूर्ण है। हाईवे पर पसरे अंधेरे के कारण कभी-भी बडा हादसा हो सकता है।