नवभारत न्यूज
खंडवा। सत्तारूढ़ भाजपा के जिला कार्यालय के सामने नगर निगम में प्रतिपक्ष नेता मुल्लू राठौर ने हंगामा किया । यह इसलिए भी हुआ, क्योंकि कार्यालय के बाहर वर्षों से चाय और चाट के ठेले लगे हुए थे। इन्हें एकाएक हटा दिया गया। मल्लू राठौर जेसीबी के सामने खड़े हो गए उन्होंने कहा कि गरीबों के ठेले निगम आयुक्त हवा रही हैं जो नियम संगत नहीं हैं। पक्षपात किया जा रहा है।
पार्षद मुल्लू राठौर ने आरोप लगाया कि भाजपा का जिला कार्यालय भवन ही अवैध है। इसके बाजू में भाजपा के बड़े पदाधिकारियों ने अतिक्रमण कर पक्की दुकानें बनवा ली। जिनकी कीमत एक-एक करोड़ रुपए है। एक बड़े कारोबारी का रास्ता रुकने के कारण उन्होंने कोर्ट में कैसे लगा दिया। मुल्लू राठौर का कहा कि न्याय करना है तो तरीके से करो, वरना अगले चुनाव में लोग सबक सिखाने को तैयार हैं।
नए कलेक्टर के
लिए रास्ता साफ
नए कलेक्टर के आने से पहले रेल स्टेशन से कलेक्ट्रेट तक के सारे अतिक्रमण हटा दिए गए। कलेक्ट्रेट जाने वाले रास्ते पर तो रोज हॉट बाजार जैसा माहौल रहता है। कचोरी वालों को कुछ लोगों ने कहा है कि कलेक्टर नए आए हैं। दो-चार दिन रुक जाओ। लोग अपने अतिक्रमण उठाकर चले गए। अधिकतर अतिक्रमणकारियों ने पोर्टेबल चक्के वाले ठेले और गुमटियां बनवा रखी हैं। वह ऐसे समय पर अतिक्रमण को बाजू में कहीं रख आते हैं।
ऐसी कार्यप्रणाली है नए कलेक्टर की
हालांकि नए कलेक्टर की देवास में कार्यप्रणाली को देखें,तो वे सीधे नाक की लाइन में चलने वाली शैली को अपनाते हैं। टीएल की मीटिंग लेते हैं, तो सुबह से शाम भी हो जाती है। जनसुनवाई में अधिकतर निश्चित समय नहीं होता। जब तक लोग शिकायत लेकर आते हैं वह, वे खुद भी बैठते हैं। अधिकारियों को भी बैठाए रखते हैं। देवास के कलेक्टरी का इतिहास देखें तो उन्होंने काफी अधिक दौरे अपने कार्यकाल में किए। आने से पहले खंडवा जिले का नक्शा और पंचायत तक का विवरण अध्ययन कर लिया है। आते ही वे प्रशासन में कसावट लाने का काम करेंगे।
गुलदस्तेबजों से सावधान!
नए कलेक्टर को यह देखना चाहिए कि वे आएंगे,तब इंदिरा चौक से कलेक्ट्रेट तक क्या स्थिति थी? दो दिन बाद क्या रहेगी? इस शहर की तासीर कुछ अलग है। यहां गुलदस्तेबाज काफी अधिक हैं। नए अधिकारियों के आते ही उनका स्वागत करने पहुंच जाते हैं। इनमें से अधिकतर लोग ही शहर में अव्यवस्था के जिम्मेदार रहते हैं,जो कलेक्टर की निगाह में एक्टिव दिखाना चाह रहे हैं।