
नयी दिल्ली 22 जनवरी (वार्ता) इस बार गणतंत्र दिवस परेड के दौरान एकजुटता और एकीकरण की भावना को प्रदर्शित करते हुए पहली बार तीनों सेनाओं की झांकी कर्त्तव्य पथ पर दिखाई देगी।
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यहां बताया कि ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ थीम के साथ यह झांकी सशस्त्र बलों में एकजुटता और एकीकरण के लिए वैचारिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करेगी, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और परिचालन उत्कृष्टता सुनिश्चित होगी।
झांकी में तीनों सेनाओं के बीच नेटवर्किंग और संचार की सुविधा प्रदान करने वाले एक संयुक्त संचालन कक्ष को दर्शाया जाएगा। यह स्वदेशी मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन , तेजस मार्क – दो लड़ाकू विमान, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, विध्वंसक युद्धपोत विशाखापत्तनम और एक रिमोट संचालित एयरक्राफ्ट के साथ जमीन, पानी और हवा में समन्वित ऑपरेशन का प्रदर्शन करते हुए युद्ध के मैदान का परिदृश्य प्रदर्शित करेगी। यह बहु-डोमेन संचालन में तीनों सेनाओं के बीच तालमेल को दर्शाता है। ये मंच रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ हासिल करने के विजन का उदाहरण हैं।
रक्षा मंत्रालय में इस वर्ष को ‘सुधारों का वर्ष’ घोषित किया गया है। सैन्य मामलों के विभाग के मूल में संयुक्तता और एकीकरण है। इन्हें समकालीन और भविष्य के संघर्षों में सशस्त्र बलों की युद्ध क्षमता को अधिकतम करने की दिशा में प्रमुख निर्माण खंडों के रूप में पहचाना जाता है।
तीनों सेनाओं के बीच तालमेल से प्रेरित संयुक्तता और एकीकरण की दिशा में यह विकास, राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा में साझा जिम्मेदारी और एकीकृत कार्रवाई की संस्कृति को बढ़ावा देकर देश की सैन्य क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा।