नहीं मौजूद है कोई भी संकेतक बोर्ड
जबलपुर:मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक 6 के वीआईपी द्वार पर बनाया गया टॉयलेट यात्रियों को नजर नहीं आ रहा है। रेलवे स्टेशन में कायाकल्प के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए गए। इस बात में कोई संदेह नहीं कि यहाँ की चमक पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है, परंतु यात्री सुविधाओं में एक भूल के कारण रोजाना हजारों यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। प्लेटफॉर्म क्रमांक 6 पर स्थित वीआईपी द्वार के ठीक बाजू से एस्केलेटर बनाया गया है और इसके नीचे ही पैड टॉयलेट का संचालन हो रहा है।
वही ट्रेन से यात्रा करने वाली यात्रियों की माने तो टॉयलेट ऐसे स्थान पर बनाया गया है जहाँ पर किसी भी मुसाफिर की नजर नहीं पड़ती और वो यहाँ वहाँ भटकने के लिए मजबूर हो जाता है। और तो और द्वार के पास कोई संकेतक बोर्ड भी नहीं लगाया गया है जिसके चलते वीआईपी द्वार के सामने आईलैंड के पास ही गंदगी हो रही है। खासकर रात के समय अक्सर मुसाफिर टॉयलेट ढूंढते हैं, और जब उन्हें कहीं पर भी टॉयलेट नहीं दिखता तो वो आसपास में ही गंदगी फैलाने को मजबूर हो जाते हैं। जिसके चलते परिसर में हर समय बदबू फैली रहती है।
लगना चाहिए संकेतक बोर्ड
ट्रेन से हावड़ा तक यात्रा करने वाले यात्री प्रकाश की माने तो टॉयलेट का निर्माण ऐसी जगह किया गया है कि वह परिसर मे दिखाई नहीं देता है। वही राज कुमार ने बताया कि स्टेशन तो भव्य बना दिया है परंतु यात्री सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। एस्केलेटर के नीचे बने टॉयलेट का कोई भी संकेतक बोर्ड नहीं लगा है जिसके चलते यात्रियों को पता ही नहीं चलता है कि यहां पर कोई सुविधाघर भी मौजूद है। वैसे तो इस टॉयलेट का एक दरवाजा बाहर से भी होना चाहिए, ताकि यात्रियों को पता चल सके कि प्लेटफॉर्म पर एक सुविधाघर भी मौजूद है।