टोपा नहीं था तो पुलिस अधिकारी ने मध्यप्रदेश पुलिस का अपना टोपा पहनाया।
ग्वालियर: बीती रात ग्वालियर में घना कोहरा था और ठंड बहुत ज्यादा थी। एसडीओपी बेहट संतोष पटेल देर रात ढाई बजे मुरार क्षेत्र में वाहन चेकिंग करवा रहे थे। ठंड लगने लगी तो आग की तलाश में पुलिस टीम पैदल गश्त करते हुए सराफ़ा बाज़ार मुरार की ओर निकली, जहाँ वीरेंद्र सविता आग जलाये हुए मिले जो कि 73 वर्ष के थे। मूलतः बिहार के गया के रहने वाले वीरेंद्र सविता जेसी मिल में मज़दूरी करने परिवार सहित बिहार से ग्वालियर आये थे। जेसी मिल बंद होने के बाद से परिवार के भरण पोषण के लिये मुरार सराफ़ा बाज़ार में रात्रि चौकीदारी का काम करने लगे।
रात को पुलिस ने उनसे अपनेपन की बात की तो उन्होंने बताया कि अब काम करने की उम्र नहीं लेकिन नातिन 9वीं में पढ़ती है उसकी पढ़ाई की फ़ीस के किए काम कर रहा हूँ।
जैसे ही पढ़ जाएगी तो बंद कर दूँगा। पुलिस अधिकारी के साथ मुरार थाने के प्रधान आरक्षक ज्ञान सिंह और अन्य आरक्षकों के सहयोग से जनवरी, फ़रवरी व मार्च माह की फ़ीस की व्यवस्था करवाई।पुलिस सिपाहियों का कहना था कि ये दादा पूरी रात जागते हैं और पुलिस को आग तपाते हैं। एसडीओपी बेहट ने अपना टोपा उतारकर दादा को पहना दिया जिसपर मध्यप्रदेश पुलिस का लोगो लगा था और लिखा था देश भक्ति जनसेवा। वीरेंद्र दादा पुलिस के अपनेपन से बहुत खुश हुए और पुलिस को ढेर सारी दुआएँ दी। दादा का कहना था कि पुलिस ने हमेशा उनको सम्मान दिया और सहयोग किया। मुरार थाना के प्र.आर. ज्ञान सिंह, आरक्षक अखिलेश छारी, सूरज परमार, डाल सिंह, ब्रजेश कौरव, भरत यादव, संजीव पसेडिया, नंदलाल, रमेश रावत ने मिलकर दादा को ख़ुशियाँ देने की कोशिश की।रात्रि गश्त के दौरान पुलिस ने कार में सवार युवकों की चेकिंग की। शादी से लौट रहे एक आर्टिका सवार की गाड़ी कोहरे के कारण डिवाइडर से टकरा गई जिसकी पुलिस ने मदद की और गंतव्य की ओर भेजा।