शातिर अकाउंटेंट क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में
नव भारत न्यूज
इंदौर. फार्मा कंपनी के अकाउंट्स में छेड़छाड़ कर 87 लाख की ठगी करने वाले शातिर आरोपी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने निकेम ड्रग्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक को फर्जी लेजर अकाउंट के जरिए लंबे समय तक धोखे में रखा और कंपनी के उत्पादों को अपने रिश्तेदार की कंपनी के जरिए बेचकर आर्थिक ठगी कीथी. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
पुलिस उपायुक्त अपराध शाखा राजेश त्रिपाठी ने बताया कि पिछले दिनों निकेम ड्रग्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक राजेश गंगवानी ने अपराध शाखा में आकर शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी कपिल रघुवंशी, जो कंपनी में अकाउंटेंट और माल वितरण का काम करता था, ने वर्ष 2019 से 2024 के बीच कंपनी के अकाउंट्स में 473 फर्जी एंट्री की, उसने कंपनी के उत्पादों को ग्राहकों तक पहुंचाने के बजाय अपने रिश्तेदार की कंपनी त्रिमूर्ति ट्रेडर्स के माध्यम से बेच दिया. आरोपी ने दुकानदारों से नगद राशि भी वसूली और लेजर अकाउंट में फर्जी चेक भुगतान की एंट्री कर दी. जब कंपनी के मालिक ने बैंक खातों का मिलान किया तो धोखाधड़ी का खुलासा हुआ. इसके बाद फरियादी राजेश गंगवानी ने थाने पहुंच रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. फरियादी कि रिपोर्ट के आधार पर अपराध शाखा की टीम ने कार्रवाई करते हुए एरोड्रम थाना क्षेत्र में रहने वाले 44 वर्षीय आरोपी कपिल रघुवंशी को गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ धारा 408, 409, 420, 467, 468 और 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया है. पुलिस आरोपी के साथियों की भूमिका की भी जांच कर रही है. पुलिस ने आरोपी को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ कर रही है, जिससे अन्य खुलासे होने की संभावना है.