नयी दिल्ली, 17 जनवरी (वार्ता) आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर महिलाओं के साथ-साथ सभी छात्रों का भी बस में सफर बिल्कुल मुफ्त होगा और मेट्रो के किराये में भी उन्हें रियायत दी जाएगी।
श्री केजरीवाल ने कहा कि सभी जानते हैं कि आम आदमी पार्टी की सरकार सबसे ज्यादा शिक्षा को तवज्जो देती है, क्योंकि पढ़ेंगे, तभी देश आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत गरीब बच्चे हैं, जिनकी स्कूल और कॉलेज जाने के लिए पैसे नहीं होने के कारण शिक्षा छूट जाती है। एक सबसे बड़ा एलान कर रहा हूं कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर छात्रों को भी बस में मुफ्त सफर की सुविधा दी जाएगी। महिलाओं के लिए पहले से ही बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा है।
उन्होंने कहा, “ दिल्ली के अंदर बहुत सारे छात्र स्कूल और कॉलेज जाने के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करते हैं। मेट्रो दिल्ली की लाइफलाइन है, लेकिन मेट्रो बहुत महंगी हो गई है। एक आम छात्र के लिए उसे वहन करना मुश्किल हो गया है। मेट्रो दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार का 50-50 वेंचर है। इसका फायदा और नुकसान दोनों सरकारों के बीच में 50-50 शेयर होता है। मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि हमें मेट्रो में छात्रों को 50 फीसद की रियायत देनी चाहिए। साथ ही, रियायत देने के कारण जो खर्चा आएगा, उसे दिल्ली और केंद्र सरकार के बीच में 50-50 के अनुपात में शेयर किया जाए। यह बिल्कुल जनहित का मामला है। इसमें कोई राजनीति नहीं है और ना ही राजनीति होनी चाहिए।”
श्री केजरीवाल ने कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे बच्चों और युवाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मेरी इस अपील को जरूर स्वीकार करेंगे। हम चुनाव खत्म होने के बाद छात्रों के लिए बसों में मुफ्त सफर कर देंगे और मेट्रो में उन्हें 50 फीसद की रियायत देंगे।”
उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा, “मैं दिल्ली के स्कूल और कॉलेज के छात्रों से संबंधित एक महत्वपूर्ण मामले पर आपका ध्यान आकर्षित करने के लिए यह पत्र लिख रहा हूं। दिल्ली के छात्र अपने स्कूल अथवा कॉलेज तक आने- जाने के लिए बड़े पैमाने पर मेट्रो पर निर्भर हैं। छात्रों पर वित्तीय बोझ को कम करने के लिए मैं दिल्ली मेट्रो में छात्रों को 50 फीसद की रियायतें देने का प्रस्ताव रखता हूं। दिल्ली मेट्रो दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच 50-50 फीसद की सहयोग की परियोजना है। इसलिए इस पर होने वाले खर्च को दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार आधा-आधा वहन करें।
हमारी ओर से हम छात्रों के लिए बस यात्रा पूरी तरह से मुफ्त करने की योजना बना रहे हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि आप इस प्रस्ताव से सहमत होंगे।”