
नयी दिल्ली 19 अप्रैल रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की एरोनॉटिकल विकास एजेन्सी (एडीए) ने लड़ाकू विमान तेजस मार्क 1 ए के लिए देश में ही विकसित एयरब्रेक कंट्रोल मॉड्यूल का पहला बैच शुक्रवार को हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल ) को सौंप दिया।
रक्षा क्षेत्र का सार्वजनिक उपक्रम एचएएल वायु सेना के लिए तेजस लड़ाकू विमान बना रहा है। स्वदेशी एयरब्रेक कंट्रोल माॅड्यूल के विकास को एरोनॉटिकल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
एडीए हैदराबाद स्थित रिसर्च सेंटर और बेंगलुरू स्थित केन्द्रीय विनिर्माण प्रौद्योगिकी संस्थान के साथ मिलकर एरोनॉटिकल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के प्रयासों में जुटी है।
एयरब्रेक कंट्रोल मॉड्यूल एचएएल की लखनऊ स्थित इकाई में बनाये जा रहे हैं।
डीआरडीओ के अध्यक्ष ने इन उपकरणों को बनाने वाली समूची टीम को बधाई दी है।