जेल परिसर के बगीचे, ओपन जेल और आवासीय कालोनी का किया निरीक्षण
सतना : केंद्रीय जेल सतना के परिसर के बगीचे में केमिकल से मुक्त और उच्च गुणवत्ता युक्त लहलहाती सब्जियों को देखकर डी जी जेल इस कदर मोहित हुए कि मुक्त कंठ से प्रशंसा किए बिना नहीं रह सके. वहीं डी जी साहब की सराहना को सुनकर जेल स्टॉफ और बंदियों को भी इस बात का आत्मिक संतोष मिला कि उनकी मेहनत सफल हो गई.महानिदेशक जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं जेल मुख्यालय भोपाल गोविंद प्रताप सिंह द्वारा रविवार को केंद्रीय जेल परिसर में स्थित बगीचों का निरीक्षण किया गया.
डी जी जेल श्री सिंह ने एक एक करके परिसर में मौजूद बगीचा क्र. 1 से लेकर बगीचा क्र. 4 तक का बारीकी से निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक श्रीमती लीना कोष्टा ने डी जी जेल को जानकारी देते हुए बताया कि इन बगीचों में जो बैंगन, मूली, पत्ता गोभी, फूल गोभी, टमाटर, पालक, मेथी, लाल भाजी आदि सब्जियां लहलहा रही हैं, वे पूरी तरह केमिकल मुक्त हैं. यह सुनकर डी जी साहब खासे प्रभावित हुए.
इसी कड़ी में जेल अधीक्षक श्रीमती कोष्टा ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि सब्जियों के अलावा गेहूं, धान, सरसों और चना की उपज भी ली जाती है. सब्जी, अनाज, दलहन और तिलहन सभी प्रकार की उपज का उपयोग जेल के बंदियों के लिए ही किया जाता है. इतना ही नहीं बल्कि जेल के बंदियों द्वारा उपार्जित की जाने वाली फसल से शासन को आर्थिक लाभ भी पहुंचाया जा रहा है. यह सुनकर डी जी जेल ने उक्त व्यवस्था की मुक्त कंठ से प्रशंसा की. जेल परिसर के बगीचों का निरीक्षण करने के बाद डी जी जेल द्वारा खुली जेल और जेल की आवासीय कॉलोनी का भी निरीक्षण किया.
गैवीनाथ धाम में किया पूजन
केंद्रीय जेल का निरीक्षण करने से पूर्व रविवार की सुबह डी जी जेल जिले के बिरसिंहपुर में स्थित गैवीनाथ धाम भी पहुंचे थे. जहां पर उन्होंने भगवान गैवीनाथ की विधिवत पूजा-अर्चना और अभिषेक किया. गौरतलब है कि केंद्रीय जेल सतना भ्रमण पर आए डी जी जेल श्री सिंह ने शनिवार को जेल कर्मचारी उपभोक्ता भण्डार मर्यादित के नव निर्मित भवन का लोकार्पण किया था. जहां पर जेल कारखाने में बंदियों द्वारा निर्मित दरी, आसनी, कंबल, चादर, लकड़ी से निर्मित मूर्तियां, खिलौने, भगवान के झूले, अगरबत्ती स्टैण्ड, लकड़ी के कप, लकड़ी की ट्रे सहित अन्य सामग्री को आमजनों के विक्रय के लिए रखा गया है