ग्वालियर। भारतीय मानक ब्यूरो, नोएडा शाखा कार्यालय ने अपने स्थापना दिवस को ग्वालियर जिले के एक निजी होटल मे सफल औद्योगिक बैठक आयोजित कर मनाया। यह आयोजन मानकीकरण, गुणवत्ता और नवाचार पर चर्चाओं को बढ़ावा देने की दिशा में एक वार्षिक परंपरा का हिस्सा है, जो भारत के औद्योगिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान करता है।
कार्यक्रम में मालनपुर उद्योग संघ के सचिव और मध्य प्रदेश चैंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव की सक्रिय भागीदारी रही। उन्होंने मध्य प्रदेश में उद्योगों के लिए बीआईएस लाइसेंसिंग और मानकीकरण के महत्व पर चर्चा को प्रोत्साहित किया। उनके विचार और सहभागिता ने कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत नोएडा शाखा के प्रमुख विक्रांत के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने बीआईएस की यात्रा और दृष्टिकोण को साझा किया और यह बताया कि मानकीकरण उद्योगों में गुणवत्ता वाले उत्पादों और सेवाओं को सुनिश्चित करने में कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
रसुजीत चोंगदर, सहायक निदेशक/वैज्ञानिक बी ने देश में मानकीकरण के भविष्य पर एक प्रभावशाली प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने इस क्षेत्र में उभरते रुझानों और नवाचारों पर प्रकाश डाला। म. अफसर इमाम, उप निदेशक एससी सी ने मजबूत गुणवत्ता संस्कृति के लिए अनुरूपता मूल्यांकन, गुणवत्ता और मानकों की मांग उत्पन्न करना, और डिजिटल समाधान और प्रयोगशाला मान्यता योजनाओं पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण आकर्षण विभिन्न उद्योगों द्वारा साझा की गई सफलता की कहानियाँ थीं, जिनमें यह बताया गया कि बीआईएस लाइसेंस प्राप्त करने से उनके बाजार में सफलता को कैसे बढ़ावा मिला और उपभोक्ताओं के लिए विश्वसनीयता सुनिश्चित हुई। कार्यक्रम में मानक मंथन सत्र भी शामिल था, जिसमें श्री वीरेंद्र कुमार रावत, संयुक्त निदेशक एससीडी ने कार्यस्थल पर श्रमिक सुरक्षा पर महत्वपूर्ण भाषण दिया।
बैठक में गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों पर गहन चर्चा की गई, उनके कार्यान्वयन और बीआईएस लाइसेंस के लिए आवेदन प्रक्रिया पर भी चर्चा हुई। इन चर्चाओं ने भारत में एक मजबूत औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए गुणवत्ता-आधारित दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का समापन कार्यस्थल पर गुणवत्ता और सुरक्षा की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता के साथ हुआ, जो यह सुनिश्चित करता है कि बीआईएस उत्पादों और सेवाओं को मानकीकरण के माध्यम से एक स्थिर और विश्वसनीय भविष्य के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा।