मोतियाबिंद पीड़ितों के नि:शुल्क ऑपरेशन के लिये चलेगा अभियान
मंत्री सिलावट, सासंद लालवानी की उपस्थिति में की बैठक सम्पन्न
इंदौर: इंदौर जिले को टीबी मुक्त जिला बनाया जाएगा. इसके लिए समाज के हर वर्ग की भागीदारी ली जाएगी. साथ ही जिले को मोतियाबिंद मुक्त जिला बनाने की दिशा में भी अभियान शुरू किया गया है. इस अभियान के तहत मोतियाबिंद पीड़ितों के नि:शुल्क ऑपरेशन किए जा रहे है. जिले में मोतियाबिंद से पीड़ित मरीजों के चिन्हांकन के लिए जनकल्याण अभियान के तहत शिविर आयोजित किये जा रहे हैं.
यह जानकारी आज जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और सासंद शंकर लालवानी की विशेष उपस्थिति में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में दी गई. बैठक में विधायक मालिनी गौड़, मधु वर्मा, कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन सहित अन्य अधिकारी और समिति सदस्य मौजूद थे. बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिले में चल रहे कार्यों और गतिविधियों की समीक्षा की गई. साथ ही बैठक में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और स्वामित्व योजना के संबंध में चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा भी हुई.
जन आंदोलन बनाने की जरूरत
बैठक में मंत्री सिलावट ने कहा कि इंदौर जिले को टीबी रोग से मुक्त करने के लिए सभी के सहयोग से व्यापक अभियान चलाया जाए. सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इस अभियान को जन आंदोलन बनाने की जरूरत है. बैठक में बताया गया कि जिले में भी लगभग 10 हजार टीबी मरीज है. इनका शासन की योजना के अंतर्गत निःशुल्क इलाज किया जा रहा है. जरूरतमंद टीबी मरीजों को निक्षय मित्र योजना के तहत जनसहयोग से निःशुल्क भोजन देने की व्यवस्था भी है। इस योजना का विस्तार करने के निर्देश दिए गए।
जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर सुझाव लिए जाएं
बैठक में निर्देश दिये गये कि जिले में विकास योजना तैयार करते समय जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा कर उनके सुझाव लिये जाये. बैठक में जिले में खाद-बीज वितरण की समीक्षा की गई. इस दौरान बताया गया कि जिले में इस वर्ष बहुत ही सहजता के साथ खाद का वितरण हुआ है. किसी भी किसान को परेशानी नहीं हुई. निर्देश दिये गये कि जिले के सभी किसानों को खेती की आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाये, जिससे की वे कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें