चंडीगढ़, (वार्ता) हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को कहा कि पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि से किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ है लेकिन सरकार इसके लिए किसानों को मुआवजा नहीं दे रही है।
श्री हुड्डा ने कहा कि अभी तक प्रदेश की करीब 60 फीसदी फसलों का पंजीकरण ही नहीं हुआ। प्रदेश में 89.85 लाख एकड़ भूमि का पंजीकरण होना था, जबकि अब तक सिर्फ 36.28 लाख एकड़ का ही पंजीकरण हुआ है। बिना पंजीकरण के भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार ना किसानों को मुआवजा देती है और ना ही फसलों की खरीद करती है।
उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द स्पेशल गिरदावरी और तमाम प्रक्रियाएं पूरी करके किसानों को उचित मुआवजा देना चाहिये, क्योंकि करीब 10 जिलों में सरसों, गेहूं और सब्जियों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने गेहूं के किसानों को बोनस देने की मांग भी उठाई है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार ने गेहूं पर 125 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने का ऐलान किया है। ऐसा लाभ हरियाणा के किसानों को भी मिलना चाहिये।
श्री हुड्डा ने कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, न किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य( एमएसपी ) मिल पा रही है और ना ही बोनस। जबकि प्रदेश सरकार बार-बार 24 फसलों पर एमएसपी देने की बात कर रही है। लेकिन हकीकत यह है कि एमएसपी देने का काम केंद्र सरकार का होता है, न कि राज्य सरकार का। केंद्र ने न ही ऐसी कोई घोषणा की है और न ही इसके लिए किसी तरह के बजट का ऐलान किया गया है। इसलिये भाजपा की प्रदेश सरकार किसानों को बरगलाने वाली बयानबाजी न करे।