
नवभारत/न्यूज
उज्जैन। खरमास की वजह से फिलहाल विवाह समारोहों पर विराम लगा हुआ है। सूर्यदेव के मकर राशि में संक्रमण के बाद 15 जनवरी से एक बार फिर विवाह की शहनाइयों की गूंज सुनाई देने लगेगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार नए वर्ष में इस बार विवाह के लिए 75 दिन शुभ मुहूर्त है। जबकि खरमास व चातुर्मास को मिलाकर करीब 6 महीनों तक विवाह समारोह नहीं होंगे। वर्ष 2025 में सबसे ज्यादा 16 विवाह मुहूर्त मई में हैं। जबकि दिसंबर में सबसे कम 3 विवाह मुहूर्त हैं। खरमास की समाप्ति के बाद जनवरी में 10 दिन तक विवाह समारोह होंगे। फिलहाल सूर्य देव धनु राशि में हैं। इस वजह से 14 जनवरी को मकर संक्रमण तक खरमास रहेगा। वहीं सूर्य देव 14 मार्च को मीन राशि में गोचर करेंगे। अत: 14 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक खरमास रहेगा। दिसबर के अंत में फिर 15 दिन खरमास के रहेंगे। इस तरह से वर्ष में करीब दो माह खरमास के चलते विवाह नहीं होंगे।
मई में सर्वाधिक मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार नए साल के जनवरी में 10 दिन, फरवरी में 14 दिन, मार्च में पांच दिन, अप्रैल में नौ दिन, मई में 16 दिन व जून में पांच दिन शादी-विवाह के मुहूर्त है। इसके बाद जुलाई, अगस्त, सितंबर व अक्टूबर में विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है। उक्त माहों में भगवान विष्णु शयन में चले जाएंगे। जबकि, नवंबर में 13 दिन व दिसंबर में तीन दिन विवाह के शुभ मुहूर्त है। वैसे भी नवंबर में तो त्योहारों का आगमन हो जाता है और सभी मांगलिक कार्यांे की शुरुआत भी हो जाती है।
वर्ष 2025 में विवाह मुहूर्त
जनवरी-16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26 और 27 जनवरी। फरवरी-2,3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 21, 23 और 25 फरवरी। मार्च-1, 2, 6, 7 और 12 मार्च। अप्रैल-14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29 और 30 अप्रैल। मई-1, 5,6,8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27 और 28 मई। जून-2, 4, 5, 7 और 8 जून। नवंबर 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 नवंबर। दिसंबर 4, 5 और 6 दिसंबर।
