ट्रेन से घायल तेंदुए तक 10 घण्टे बाद भी नहीं पहुंची रेस्क्यू टीम

पाली वनपरिक्षेत्र अधिकारी कर्मियों सहित कर रहे तेंदुआ की सुरक्षा

उमरिया: बिरसिंहपुर पाली। मप्र के बांधवगढ़ पार्क से लगे हुए सामान्य वन मंडल में वन्य प्राणियों की संख्या देखना व आसपास के रिहायशी इलाकों में आना कोई बड़ी बात नहीं है । आज सुबह बांधवगढ़ से लगे सामान्य वन मंडल के वनपरिक्षेत्र पाली के ग्राम बरहाई के मिड वे नेशनल हाइवे 43 के समीप रेल्वे लाइन में सोमवार की सुबह ट्रेन की टक्कर से तेंदुआ घायल हो गया। इस घटना की जानकारी पाली एसडीओ दिगेंद्र सिंह पटेल एव वन परिक्षेत्राधिकारी सचिन कांत को लगी तो वह अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे, देखा गया कि घायल अवस्था में एक तेंदुआ पेड़ के नीचे बैठा हुआ है.

जिसकी कटी हुई पूछ रेल्वे लाइन के बीच पड़ी हुई है। रेस्क्यू टीम सामान्य मंडल में न होने के कारण बीटीआर को इसकी जानकारी दी गयी और घायल तेंदुआ को समय रहते उपचार मिल सके। लेकिन सुबह की दी हुई सूचना के बाद भी बीटीआर की रेस्क्यू टीम 10 घंटे बीतने के बाद भी में नहीं पहुंच सका। ज्ञातव्य हो कि वन्यप्राणी के देखरेख व उनकी सुरक्षा के लिए बीटीआर को बहुत ही उपयुक्त माना जाता है। पर इसे विडंबना ही कहें कि 70 से 80 किलो मीटर का सफर तय करने में बीटीआर के रेस्क्यू दल का 10 घण्टे में भी न पहुंच पाना यह बीटीआर टीम की लापरवाही उजगार करता है।
घायल तेंदुआ चोटिल होने की वजह से एक पेड़ की छांव का सहारा लेते वही बैठा रहा। जैसे ही इस बात की जानकारी क्षेत्र के आसपास फैली तो देखने के लिए भीड़ भी बढ़ती गयी पर घायल तेंदुआ भीड़ पर कहीं हमला न कर सके। पाली वन परिक्षेत्र अधिकारी सचिन कांत ने सतर्कता के साथ सुरक्षा के हर पहलू को ध्यान रख अपने कर्मचारियों को तैनात कर होने वाली घटना से बचने के लिए 10 घण्टे तक लगातार तैनात रहकर तेंदुआ पर नजर बनाए रखे हैं।

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