जिलाध्यक्ष के लिए विजय बैस और नरेंद्र यादव में से किसे चुनेंगे मंत्री
शाजापुर, 21 दिसंबर. मंडल अध्यक्ष के बाद अब भाजपा जिलाध्यक्ष को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां उफान पर हैं. अध्यक्ष पद को लेकर भाजपा में राजनीतिक गर्मी देखने को मिल रही है. यूं तो कई दावेदार हैं, लेकिन अभी जो चर्चा में है, वो है पूर्व मंडल अध्यक्ष नरेंद्र यादव. जिस तरीके से नरेंद्र यादव का नाम बीते कुछ दिनों से भाजपा खेमे में जिलाध्यक्ष के लिए सुनने को मिल रहा है. संभावना बन सकती है नरेंद्र यादव के नाम पर. वहीं जिला भाजपा महामंत्री विजय सिंह बैस भी प्रबल दावेदार हैं. हालांकि दोनों ही नेता उच्च शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार खेमे के माने जाते हैं. अब देखना है कि मंत्री का आशीर्वाद बैस को विजय दिलाता है या यादव को नरों का इंद्र बनाता है.
भाजपा जिलाध्यक्ष को लेकर इसी महीने के आखिरी दिनों में घोषणा हो सकती है. यूं तो कई दावेदार हैं, लेकिन बीते कुछ दिनों से अकोदिया के पूर्व मंडल अध्यक्ष नरेंद्र यादव का नाम भी काफी चर्चा में है. तो वहीं विजय सिंह बैस भी दावेदारों की कतार में है. लेकिन यदि नरेंद्र यादव के नाम पर तीनों विधायक और सांसद की सहमति बनती है, तो नरेंद्र यादव जिलाध्यक्ष बन सकते हैं. वहीं विजय सिंह बैस की बात करें, तो वे लगातार दो कार्यकाल से भाजपा महामंत्री हैं. इस बार वे जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल हैं. वहीं अन्य दावेदार भी इस दौड़ में शामिल हैं, लेकिन कुछ नाम चौंकाने वाले भी हैं. भाजपा हमेशा से चौंकाने वाले नाम देने के लिए जानी जाती है. अब देखना है कि इस बार इन दावेदारों के अलावा चौंकाने वाला नाम सामने आता है या फिर इन्हीं दावेदारों में से किसी एक की ताजपोशी होती है.
अबकी बार शाजापुर से या शुजालपुर से..?
बीते दो दशकों में अरुण भीमावद को छोडक़र अधिकांश भाजपा जिलाध्यक्ष शुजालपुर और आगर से बनते आए हैं. आगर अलग जिला बन गया है. एक्सीडेंटल परिस्थिति में अम्बाराम कराड़ा जिलाध्यक्ष बने थे, लेकिन उसके बाद अशोक नायक भी शुजालपुर क्षेत्र से जिलाध्यक्ष बने थे. इस बार भी जो दावेदार हैं, वो अधिकांश शुजालपुर के हैं. नरेंद्र यादव, विजय सिंह बैस, अशोक कविश्वर के नाम चर्चा में है. शाजापुर की बात करें, तो शाजापुर से जिलाध्यक्ष बनने के लिए दिनेश शर्मा, गोपाल राजपूत, नवीन राठौर, मनोहर विश्वकर्मा जैसे नाम भी इन दिनों चर्चा में है. अब देखना यह है कि इस बार जिलाध्यक्ष शाजापुर से बनता है या शुजालपुर की परंपरा कायम रहती है.
30 दिसंबर को मिलेगा नया जिलाध्यक्ष
मंडल अध्यक्ष बनने के बाद अब जिलाध्यक्ष को लेकर कवायद शुरू हो गई है. 30 दिसंबर तक शाजापुर को नया भाजपा जिलाध्यक्ष मिल सकता है. यदि एक राय की सहमति बनी, तो 30 दिसंबर तक जिलाध्यक्ष की ताजपोशी हो सकती है. जिलाध्यक्ष के चयन में मंडल अध्यक्षों की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है. ऐसे में सबसे ज्यादा मंडल अध्यक्ष शाजापुर विधानसभा से हैं. याने कि नए जिलाध्यक्ष के चयन में शाजापुर विधानसभा मंडल अध्यक्षों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण मानी जाएगी. या यूं कहें कि नए जिलाध्यक्ष चयन में शाजापुर विधायक अरुण भीमावद पॉवर ग्रिड के रूप में रहेंगे.