पिछले 2 दिनों से जिला अस्पताल के आईसीयू में जारी था इलाज
सतना : निजी फाइनेंस कंपनी से लिए गए लोन की किश्त हर महीने समय पर भरी जा रही थी. लेकिन पिछले महीने घर की परिस्थिति गड़बड़ हो जाने के चलते लोन की किश्त जमा नहीं हो पाई. बस फिर क्या था फाइनेंस कंपनी के गुर्गों ने युवक को घर से उठा ले गए और शारीरिक-मानसिक तौर पर बुरी तरह प्रताडि़त किया. इस प्रताडऩा से उद्वेलित युवक ने कीटनाशक का सेवन कर लिया. पिछले 2 दिनों से जिला अस्पताल के आईसीयू में जारी इलाज के दौरान शुक्रवार को युवक ने दम तोड़ दिया.कोलगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव मोहन्ना निवासी 26 वर्षीय युवक रंजीत चौधरी पिता पंचमलाल को बुधवार को जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था.
उसकी हालत गंभीर हालत के चलते चिकित्सकों द्वारा उसके स्वास्थ्य की सघन निगरानी की जा रही थी. लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद भी उसे बचाया नहीं जा सका. शुक्रवार को वह जिंदगी की जंग हार गया. परिजनों ने बताया कि लगभग 5-6 महीने पहले रंजीत ने बजाज फाइनेंस कंपनी से 1 लाख रुपए का लोन लिया था. परिजनों के अनुसार लिए गए लोन के एवज में रंजीत द्वारा हर महीने समय पर किश्त भी जमा कराई जा रही थी. लेकिन पिछले महीने घर की परिस्थिति अचानक खराब हो गई. जिसके चलते पिछले महीने समय पर किश्त का पैसा बैंक में नहीं जमा कराया जा सका. नतीजतन दिया गया चेक बाउंस हो गया.
इस घटना से बौखलाए फाइनेंस कंपनी के गुर्गे सोमवार की दोपहर लगभग 12 बजे रंजीत के घर पहुंच गए. बाइक पर सवार होकर आए दो युवकों ने रंजीत को काम के बहाने आफिस चलने के लिए कहा. हलांकि रंजीत ने पिछले महीने घर की परिस्थिति खराब होने के चलते लोन की किश्त जमा न कर पाने का हवाला दिया. लेकिन इसके बावजूद भी दोनों युवक उसे जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर अपने साथ ले गए. बताया गया कि दो घंटे से अधिक समय तक मानसिक और शारीरिक तौर पर बुरी तरह प्रताडि़त करने के बाद बेहोशी की हालत में रंजीत को गांव में छोडक़र कर दोनों युवक भाग निकले. इस शारीरिक और मानसिक प्रताडऩा की आत्मग्लानि के चलते युवक ने कीटनाशक का सेवन कर लिया था. जिसके चलते उसे गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था. हलांकि कोलगवां पुलिस द्वारा युवक और उसके परिजनों के बयान दर्ज करते हुए विवेचना की जा रही थी. लेकिन अब युवक की मौत हो जाने की घटना सामने आने पर धाराओं में इजाफा किया जा रहा है