बक्सर, 23 मई (वार्ता) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो सुश्री मायावती ने गुरुवार को कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर प्रहार किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी केंद्र तथा कई राज्यों की सत्ता से इसलिए बाहर हुई क्योंकि उसने गलत नीतियां बनाई तथा उसकी कथनी और करनी में काफी अंतर था, ठीक उसी तरह भाजपा की कथनी और करनी में भी अंतर है इसलिए इस बार इस पार्टी के सत्ता में वापस आना उसके लिए काफी मुश्किल होगा।
सुश्री मायावती ने आज बक्सर में अपनी जनसभा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद शुरु में केंद्र एवं देश के अधिकांश राज्यों में भी ज्यादातर सत्ता कांग्रेस पार्टी के हाथों में केंद्रित रही, किंतु दलित आदिवासियों को केंद्र के साथ ही कई राज्यों की भी सत्ता से बाहर होना पड़ा। ऐसे में उनकी सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए हमें बसपा को बनाने की जरूरत पड़ी।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अंग्रेजों के जाने के बाद आजाद भारत में जब केंद्र में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में सरकार बनी तो उस समय बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर आजाद भारत की पहली सरकार में लॉ मिनिस्टर बने थे। उन्होंने उस समय पंडित जवाहरलाल नेहरू तथा पार्टी के लोगों को यह कहा था कि ऐसे वर्ग के लोग जिन्हें जिंदगी के हर पहलू में आगे बढ़ाने के लिये सरकारी नौकरियों में जो आरक्षण की सुविधा दी गई है उसका पूरा लाभ इन वर्गों को नहीं मिल पा रहा है। इसलिए केंद्र की सरकार को इनको सख्त कदम उठाने चाहिए. हिंदू कोड बिल के जरिए वह यह चाहते थे कि इस देश की महिलाओं को भी पुरुषों के बराबर बराबर का हक मिले। आज भी कांग्रेस भाजपा एंड कंपनी के लोग नहीं चाहते हैं कि इन वर्गों के लोगों को भारतीय संविधान के मुताबिक आगे बढ़ने का मौका मिले।
कुमारी मायावती ने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर होने की वजह से कांग्रेस केंद्र और ज्यादातर राज्यों की सत्ता से बाहर हुई है। अब पिछले काफी वर्षों से भाजपा की जातिवादी एवं पूंजीवादी राजनीति तथा कार्य प्रणाली आदि से तथा उनकी कथनी एवं करनी में भी काफी अंतर दिख रहा है। इसी की वजह से ऐसा लगता है कि इस बार यह पार्टी भी यानी कि भारतीय जनता पार्टी भी केंद्र के सत्ता में आसानी से वापस आने वाली नहीं है। हालांकि, यदि वोटिंग मशीन में छेड़छाड़ हुई तो कुछ कहा नहीं जा सकता।
बसपा नेता ने कहा कि भाजपा के लोगों ने संगठन चलाने आदि के लिए कई धन्ना सेठों स्टोन से अरबो रुपए का चंदा लिया, जिसका सुप्रीम कोर्ट के द्वारा खुलासा किया गया लेकिन बहुजन समाज पार्टी मेंबरशिप के जरिए, जन्मदिन के मौके पर थोड़ा-थोड़ा धन इकट्ठा करके अथवा चुनाव के मौके पर कार्यकर्ताओं से थोड़ा-थोड़ा धन लेकर चलाई जाती है। हम चुनाव के दौरान कोई घोषणा पत्र नहीं जारी करते लेकिन फिर भी बगैर किसी घोषणा पत्र को जारी किए हम चार बार उत्तर प्रदेश की सत्ता में रहे।