विस्थापन को लेकर एनसीएल का रूख स्पष्ट नहीं

सिंगरौली पुर्नस्थापन मंच की बैठक आयोजित, विस्थापन के मुआवजे के लिए गणना पत्रक की विवेचना खुले मंच पर हो

सिंगरौली : एनसीएल द्वारा मोरवा के सात वार्डो मे रहने वाले हजारों परिवारों के सुव्यवस्थित व सुन्दर विस्थापन एवं पुर्नस्थापन के विषय पर कल सिंगरौली पुर्नस्थापन मंच की बैठक आहूत की गयी जिसमे सैकड़ो की संख्या मे मोरवावासी उपस्थित रहे।सिंगरौली पुर्नस्थापना मंच बैठक की प्रक्रिया प्रारम्भ करते मंच के माध्यम से अब तक किये गए प्रयासों के बारे मे बताया व एनसीएल सीएमडी बी सांईराम से किये गए मुलाकात के पश्चात सीएमडी द्वारा विस्थापन के लिए तय दोनों स्थलों का भौतिक निरीक्षण किया गया व एनसीएल प्रबंधन का यह सकारात्मक रुख कि बैढऩ परिक्षेत्र अथवा वर्तमान हेडक्वार्टर के समीपवर्ती क्षेत्र मे ही विस्थापन हो ये भी बताया।

उक्त बैठक मे नगर निगम द्वारा आबंटित दुकानों व प्लॉट्स का विस्थापन व मुआवजा वितरण किस प्रकार होगा इस पर नगर निगम आयुक्त, स्थानीय प्रशासन व एनसीएल प्रबंधन का रुख स्पष्ट होना चाहिए इस विषय पर चर्चा हुयी व एक प्रतिनिधि मण्डल उक्त विषय पर शीघ्र ही आयुक्त व कलेक्टर से मुलाकात कर इसकी स्थिति स्पष्ट करने पर जोर देगा। मंच के वरिष्ठ सदस्य संजय प्रताप सिंह ने एनसीएल प्रबंधन द्वारा तय गणना पत्रक मे विस्थापितों के लिए प्रतिकूल बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए बताया कि गणना पत्रक में अनेको कमिया व्याप्त है।

अत: विस्थापितों के भूमि, भवन व भूमि से जुड़ी संपत्तियों के मूल्यांकन के लिए तय गणना पत्रक कि विवेचना एनसीएल प्रबंधन एक खुले मंच पर स्थानीय प्रशासन, सर्वे करने वाली टीआई एसएस संस्था, सिंगरौली विस्थापन मंच के सदस्यों व ज्यादा से ज्यादा मोरवा वासियों के समक्ष पारदर्शी रूप में स्पष्ट करें व व्यवस्थित पुर्नस्थापन के लिए अपनी योजना को सार्वजनिक करें। भूमि का मूल्यांकन भी सिंगरौली जिले के प्रीमियम वार्ड के सर्वाधिक तीन रजिस्ट्री का औसत निकालकर किया जाए व लार एक्ट के धारा 3पी के अंतर्गत उल्लेखित भूमि के मूल्यांकन मे भूमि व भवन दोनों के मूल्यांकन को शामिल कर 12 प्रतिशत का एक्सेलेशन प्रदान किया जाए। उक्त बैठक मे वार्ड क्र. 9 के पार्षद शेखर सिंह, सुनील शर्मा, चन्दन सिंह, अमित अग्रवाल, अभ्युदय सिंह, राजेश अग्रहरि, अभय केजरीवाल, सुदर्शन सिंह, अजय जायसवाल, आशीष टंडन, नारायण दास साहू, पृथ्वीचंद गर्ग, अशोक जैन, मनीष अग्रवाल, राकेश मिश्रा, गोपाल श्रीवास्तव व अनेको संख्या मे मोरवा के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
सातों वार्डो का विस्थापन एक साथ हो
मोरवा के सातों वार्डो का विस्थापन एक साथ ही किया जाए। अंशत: नही एवं पूर्व में एनसीएल कंपनी ने पूर्व विस्थापितों को क्या-क्या सुविधायें दी व किस प्रकार से पुर्नस्थापन करवाया है। इसकी स्थिति स्पष्ट हो व ऐसे विस्थापित जिनका विस्थापन पूर्व में भी दो बार हो चुका है तो तीसरे विस्थापन में भी नौकरी सम्बन्धी औपचारिकताये पूर्ण करने पर उन्हें नौकरी की सुविधा प्रदान की जाए। विस्थापन के पूर्व मोरवा शहर में नियमित हो रही तीव्र ब्लास्टिंग के विषय को भी उठाया गया। जिस पर एक पत्र तैयार कर स्थानीय प्रशासन व एनसीएल सीएमडी को मिलकर दिया जाएगा व ब्लास्टिंग की तीव्रता कम ना होने के स्थिति मे एक उग्र आंदोलन किया जाएगा।

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