वाराणसी से आई एनडीआरएफ की टीम ने दबे बालक के शव को ढूढ़ा निकाला
सिंगरौली : गुरुवार को अपने साथियों के साथ सोन नदी में नहाने गए प्रधान विश्वकर्मा की नदी में डूबने से मौत हो गई। इस घटना के बाद पानी में डूबे बालक को ढूढऩे की लंबी कवायद की गई।स्थानीय लोगों ने होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ की टीम के साथ लगातार चार दिनों तक लापता प्रधान विश्वकर्मा के तलाश की परंतु जब चार दिनों तक भी बालक का कोई सुराग नहीं लगा तो कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने वाराणसी जिला प्रशासन से बात कर एनडीआरएफ की टीम को घटना स्थल पर बुलाया। सोमवार सुबह 6 बजे से ही एनडीआरएफ की टीमएएसटीईआरएफ एवं होमगार्ड के साथ कई किलोमीटर तक लापता बालक को खोजते रहे।
वही दोपहर में बालक का शव घटनास्थल से कुछ ही दूर पर मिला। बताया जाता है कि बालक मिट्टी में अंदर धस गया था। जिस कारण उसे ढूढ़ा नहीं जा सका था। अथक प्रयासों के बाद लापता प्रधान विश्वकर्मा के शव को निकाला जा सका। इसके बाद उसे पीएम के लिए भेजा गया। वही खोजी दल में दलवीर प्रसाद विश्वकर्मा, मनमोहन सिंह, राजकुमार पनिका, उदित नारायण सिंह, संजय सिंह, धर्मेंद्र गुर्जर, कुंवारे लाल इत्यादि लोगों की टीम लगातार प्रयास कर बालक के शव को ढूंढ पाई। इधर चितरंगी टीआई शेषमणि पटेल सहित प्रधान आरक्षक मुकेश पाण्डेय सहित अन्य पुलिस कर्मी लगातार चार दिनों तक स्थानीय लोगों की मदद से प्रधान विश्वकर्मा के खोजवीन में लगे हुये थे।