नयी दिल्ली 14 दिसंबर (वार्ता) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पराली समस्या के समाधान का आह्वान करते हुए शनिवार को कहा कि यह लापरवाही खतरे में डाल रही है।
श्री धनखड़ ने यहां राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2024 समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पराली जलाने के लिए एक व्यवस्था आधारित समाधान खोजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे केवल कुछ व्यक्तियों पर नहीं छोड़ा जाना चाहिए।
श्री धनखड़ ने कहा, “हर साल राष्ट्रीय राजधानी पराली जलाने के कारण होने वाली खतरनाक पर्यावरणीय स्थितियों से प्रभावित होती है। इसका एक व्यवस्था आधारित समाधान खोजना चाहिए। इसे कुछ व्यक्तियों पर नहीं छोड़ना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि व्यवस्था को समय के साथ विकसित होना चाहिए। उपेक्षा और लापरवाही कई तरीकों से संकट में डाल रही है। इसका स्वास्थ्य और काम के घंटे का नुकसान होता है।
श्री धनखड़ ने कहा कि जलवायु आपातकाल के लिए हमारे पास हजारों वर्षों की सभ्यता का ज्ञान है।