० मामला जनपद पंचायत सिहावल अंतर्गत भ्रष्टाचार का पर्याय बनी ग्राम पंचायत खोरी का, दोषियों को सरंक्षण दे रहे जांच दल के अधिकारी
नवभारत न्यूज
सीधी 11 दिसम्बर। जिले के जनपद पंचायत सिहावल अंतर्गत भ्रष्टाचार का पर्याय बनी ग्राम पंचायत खोरी में जिला पंचायत सीईओ के आदेश के बाद एक सप्ताह की जांच दो माह में भी नहीं हुई। ऐेसे में स्पष्ट हो रहा है कि जांच दल के अधिकारी दोषियों को संरक्षण दे रहे हैं।
दरअसल ग्राम पंचायत खोरी के पंच दीपक सिंह द्वारा जिला पंचायत सीधी में दिये गये शिकायती आवेदन के पश्चात जांच टीम का गठन किया गया था। विडम्बना यह है कि खोरी पंचायत में भारी भ्रष्टाचार होने के बावजूद जांच टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर कोई जांच नहीं की गई। जिला पंचायत सीईओ के आदेश पर 5 सितम्बर 2024 को 4 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया था। जांच टीम में जनपद पंचायत सिहावल सीईओ शैलेश पाण्डेय, जनपद पंचायत सिहावल के सहायक यंत्री अतुल मिश्रा, उपयंत्री सुदेश कुमार अग्रवाल, पंचायत समन्वयक अधिकारी राजेश सिंह शामिल थे। उक्त जांच टीम को 7 दिवस में जांच कर अपना प्रतिवेदन जिला पंचायत सीधी को प्रस्तुत करना था। जांच टीम को ग्राम पंचायत खोरी के सरपंच/सचिव के द्वारा बिना टीएस व एएस के कराये गये निर्माण कार्यों के फर्जी मस्टर रोल को रोकने व सरपंच/सचिव के अवैध प्रस्ताव को रोकने पर कार्रवाई सुनिश्चित करना था।
इससे पूर्व जिला पंचायत द्वारा उक्त मामले में 30 जून 2023 को भी जांच हेतु कमेटी का गठन किया गया था किन्तु एसडीओ आरईएस श्रीमती सरिता सिंह का सिहावल से स्थानांतरण हो जाने के कारण दूसरी बार नई जांच टीम का गठन किया गया था। फिर भी उक्त जांच टीम द्वारा भ्रष्टाचार में लिप्त सरपंच/सचिव को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि शिकायतकर्ता व पंच दीपक सिंह द्वारा ग्राम पंचायत खोरी सरपंच राज कुमार साहू एवं तत्कालीन अतिरिक्त प्रभारी सचिव कौशलेन्द्र द्विवेदी द्वारा पंचायत में दर्जन भर अनियमितता एवं भ्रष्टाचार की जांच हेतु जनसुनवाई में भी फरियाद की गई थी। उनकी फरियाद को गंभीरता से लेते हुये जिला पंचायत सीधी द्वारा 30 जून 2023 को 3 सदस्यीय जांच टीम बनाई गई थी, जिस पर अधिकांश शिकायतें सही मिली, लेकिन जांच में आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद 5 सितम्बर को शिकायत पर जिला पंचायत सीईओ द्वारा पुन: 4 सदस्यीय जांच टीम गठित कर 7 दिवस में प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये थे फिर भी अभी तक जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं हुआ। ऐसे में यह माना जा रहा है कि लाखों के भ्रष्टाचार के मामले को दबाने एवं लीपापोती करने का प्रयास जनपद स्तर से किया जा रहा है।
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दोषियों को बचाने में जुटा है जांच दल: दीपक
ग्राम पंचायत खोरी पंच एवं शिकायतकर्ता दीपक सिंह कहना है कि ग्राम पंचायत खोरी सरपंच राज कुमार साहू एवं तत्कालीन अतिरिक्त प्रभारी सचिव कौशलेंद्र द्विवेदी द्वारा पंचायत में की गई दर्जन भर अनियमितता एवं भ्रष्टाचार की जांच हेतु 27 जून 2023 को जनसुनवाई में मेरी शिकायत पर जिला पंचायत सीधी सीईओ द्वारा 30 जून 2023 को 3 सदस्यीय जांच टीम बनाई गई थी। जिस टीम की जांच में मेरी कई शिकायते सही पाई गई। लेकिन जांच में आगे कोई कार्यवाही नही होने पर पुन: सीईओ जिला पंचायत सीधी से शिकायत की गई तो 5 सितम्बर 2023 को पुन: 4 सदस्यीय जांच दल गठित कर 7 दिवस में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये थे। लेकिन आदेश के दो माह बाद भी जांच दल द्वारा जांच प्रतिवेदन नही प्रस्तुत करने से यह स्पष्ट होता है कि गठित जांच दल दोषियों को सरंक्षण दे रहा है।
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आरोपों में घिरे सचिव को फिर प्रभार दिलाने में जुटे सरपंच और सीईओ
ग्राम पंचायत खोरी में व्यापक पैमाने पर अनियमितता के आरोपों में घिरे तत्कालीन अतिरिक्त प्रभारी सचिव खोरी एवं ग्राम पंचायत कुबरी सचिव कौशलेंद्र द्विवेदी को पुन: ग्राम पंचायत खोरी का प्रभार दिलाने खोरी सरपंच राज कुमार साहू सीईओ जनपद सिहावल को पत्र लिख रहे हैं। वहीं जनपद सिहावल सीईओ शैलेश पाण्डेय वर्तमान सचिव सूर्यबली सिंह को पंचायत का पूर्ण रुपेण प्रभार एवं दस्तावेज दिलाने की जगह जांच में फंसे सचिव कौशलेंद्र द्विवेदी को पुन: खोरी का अतिरिक्त प्रभार दिलाये जाने सीईओ जिला पंचायत सीधी को अनुशंसा पत्र भेज रहे हैं।
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इनका कहना है
नवभारत के माध्यम से मामला संज्ञान में लाया गया है। यदि अभी तक जांच नही हुई है। इसकी गठित जांच दल के संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा कर ठोस कार्यवाही की जायेगी।
अंशुमान राज, सीईओ जिला पंचायत सीधी
ग्राम पंचायत खोरी में जांच के लिये टीम गठन के मामले में मैें दिखवाता हूं। शायद रिपोर्ट जिला पंचायत में जमा हो गई है।
शैलेश पाण्डेय, सीईओ जनपद पंचायत सिहावल
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