हर सप्ताह होगी मॉनिटरिंग, कलेक्टर की अध्यक्षता में बैठक संपन्न
इंदौर: जिले में अब हर विभागों में बायोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था होगी. बायोमेट्रिक मशीन में दर्ज उपस्थिति के आधार पर ही वेतन का भुगतान किया जायेगा. यह व्यवस्था जिले के ग्राम स्तर पर भी लागू की जायेगी. इसके लिए सभी विभागों के अधिकारियों को अपने-अपने स्तर पर कार्ययोजना बनाकर व्यवस्था करने के निर्देश दिये गए हैं.उक्त जानकारी कलेक्टर आशीष सिंह ने दी.
कलेक्टर की अध्यक्षता में आज समय-सीमा के पत्रों के निराकरण(टीएल) की बैठक संपन्न हुई. कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे स्वयं तथा अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ संबंधित कार्यालयों, विभागीय गतिविधियों, योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की मैदानी स्तर पर पहुंच कर निरीक्षण करें. निरीक्षण का प्रतिवेदन ऑनलाइन दर्ज करें. इसके लिए सुशासन नाम से मोबाइल एप बनाया गया है. बैठक में नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, अपर कलेक्टर गौरव बेनल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.पी. अहिरवार, अपर कलेक्टर सपना लोवंशी, रोशन राय तथा निशा डामोर सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे.
रणजीत हनुमान और खजराना गणेश मंदिर की कार्ययोजना शीघ्र बनाएं
कलेक्टर आशीष सिंह ने बैठक में कहा कि इंदौर के कलेक्टर कार्यालय में स्थापित मीडिएशन सेंटर की सफलता को देखते हुए ऐसी ही व्यवस्था जिले के देपालपुर, सांवेर और महू तहसील मुख्यालय पर भी की जायेगी. इस मीडिएशन सेंटर के माध्यम से जिला स्तर पर अभी तक आपसी सुलह और समझौते से 132 प्रकरणों का निराकरण किया गया है. इस सेंटर के माध्यम से छोटे-छोटे घरेलू विवाद, संपत्ति विवाद, रास्ते के विवाद आदि प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है. बैठक में उन्होंने रणजीत हनुमान तथा खजराना गणेश मंदिर के विकास संबंधी कार्ययोजना को शीघ्र बनाने के निर्देश दिये.