सोल, 11 दिसंबर (वार्ता) दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति यून सुक योल के ‘मार्शल लॉ’ लागू करने की नाकाम कोशिश के बाद पुलिस ने इसकी जांच के लिए राष्ट्रपति कार्यालय पर छापा मारा है।
योनहाप समाचार एजेंसी ने बुधवार को बताया कि राष्ट्रपति कार्यालय के अलावा, कोरियाई पुलिस ने सोल मेट्रोपॉलिटन पुलिस और नेशनल असेंबली पुलिस गार्ड के कार्यालयों में भी तलाशी ली। छापेमारी के दौरान, श्री योल कार्यालय भवन के अंदर मौजूद नहीं थे।
गौरतलब है कि श्री योल ने तीन दिसंबर को मार्शल लॉ लागू करने की घोषणा की थी। उन्होंने दावा किया था कि इसे लागू इसलिये किया गया, क्योंकि विपक्ष उत्तर कोरिया के साथ सहानुभूति रखता है और वह ‘विद्रोह’ की साजिश रच रहा है।
संसद के अध्यक्ष वू वोन-शिक के कार्यालय की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति के मार्शल लॉ लागू करने की घोषणा को विपक्षी सांसदों ने खारिज कर दिया और इस लॉ के खिलाफ मतदान किया।
विपक्षी दलों और जनता के बढ़ते आक्रोश को देखते हुये, राष्ट्रपति ने लागू करने के छह घंटों के बाद मार्शल लॉ को वापस ले लिया और जनता से माफी मांगी।
इसके तुरंत बाद मामले की जांच शुरू कर दी गयी और राष्ट्रपति के देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इसी दौरान पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून को संभावित राजद्रोह मामले की जांच के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।