जयपुर (वार्ता) टाटा पावर कंपनी ने राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन में 1.2 लाख करोड़ रुपये के निवेश योजना की घोषणा की हैं।
कंपनी के सीईओ एवं एमडी डॉ. प्रवीर सिन्हा ने जयपुर एक्सहिबिशन और कॉन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) आयोजित इस सममेलन में मीडिया से बात करते हुए इस बारे में बताया कि इसमें 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश 10 हजार मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के लिए किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि टाटा पावर की 1.2 लाख करोड़ रुपये की निवेश रोडमैप का उद्देश्य राजस्थान को पावर सरप्लस राज्य बनाना है, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं (सौर, पवन और हाइब्रिड परियोजनाओं) के साथ रूफटॉप सोलर, ट्रांसमिशन और वितरण और ईवी चार्जिंग अवसंरचना शामिल हैं। यह निवेश 28 हजार नौकरियों का सृजन करने और राजस्थान के लोगों को स्वच्छ, किफायती बिजली प्रदान करने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान देश के सबसे बड़े सौर पार्कों का घर है और स्थापित नवीकरणीय क्षमता के मामले में शीर्ष राज्यों में से एक है। राज्य में सौर क्षमता 18 गीगावाट से अधिक है, जिससे यह भारत में एक प्रमुख राज्य बन गया है। राज्य 2047 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने के भारत के लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए अच्छी स्थिति में है। वर्तमान में टाटा पावर की सौर में 1000 मेगावाट और पवन ऊर्जा में 185 मेगावाट की नवीकरणीय स्थापना है। “घर घर सौर पहल” के तहत, टाटा पावर रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन के लिए 10 लाख परिवारों को लक्षित करेगा, प्रति माह लगभग 50 हजार इंस्टॉलेशन का कार्यान्वयन करेगा।
डा सिन्हा ने कहा कि टाटा पावर का राज्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा रोडमैप भारत के 2070 तक नेट-जीरो कार्बन बनने के लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देगा।