*कुलगुरु ने संस्थापक कुलाधिपति नाना जी देशमुख को श्रद्धा सुमन अर्पित किए
*डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन ने कुलगुरु को किया सम्मानित
सतना 8 दिसंबर /राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) बैंगलोर द्वारा महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय को ए डबल प्लस की ग्रेडिंग प्रदान करने पर ग्रामोदय परिवार ने आस्था और विश्वास के साथ शनिवार को देर शाम चित्रकूट के आराध्य श्री कामतानाथ पर्वत की परिक्रमा कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा को साथ लेकर की। नैक की सर्वोत्तम ग्रेडिंग अर्जित करने से हर्षित और प्रफुल्लित ग्रामोदय परिवार के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, शोधार्थी और छात्र-छात्राओं ने सामूहिक तौर पर श्री कामदगिरि की परिक्रमा लगाई। मंदिरों में विराजे भगवान के दर्शन किए और संत महात्माओं से आशीर्वाद लिया। पौराणिक परंपरा के अनुसार लगभग 5 किलोमीटर की पैदल यात्रा प्राचीन मुखारविंद से प्रारंभ हुई।
कामदगिरि परिक्रमा में स्थित कामतानाथ के चारों द्वारों और स्थापित मंदिरों में विराजमान भगवान के दर्शन उपरांत प्राचीन मुखारबिंद में पूजन एवं आरती के साथ संपन्न हुई। तत्पश्चात कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा ने ग्रामोदय विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलाधिपति एवं परिकल्पक भारतरत्न राष्ट्र ऋषि नानाजी देशमुख के आवास सियाराम कुटीर गए और नानाजी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि और श्रद्धांजलि अर्पित किया। नानाजी देशमुख द्वारा स्थापित दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन ने कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा को अंग वस्त्र भेंटकर सम्मानित किया। इसके पूर्व महर्षि वाल्मीकि सभागार में कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा ने ग्रामोदय परिवार को संबोधित करते हुए बताया कि प्रदेश के शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति एवं महामहिम राज्यपाल श्री मंगु भाई पटेल ने ग्रामोदय विश्वविद्यालय द्वारा अर्जित नैक के ए डबल प्लस ग्रेड के लिए दूरभाष पर उन्हें बधाई देते हुए ढेर सारी शुभकामनाएं दी है।
कुलगुरु प्रो. मिश्रा ने बताया कि महत्वपूर्ण यह भी है कि महामहिम राज्यपाल ने राजभवन मध्यप्रदेश के ट्विटर से भी ग्रामोदय विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि के लिए प्रसन्नता व्यक्त की है। उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन में अपने अधिकृत सोशल मीडिया हैंडर्ल्स के माध्यम से ग्रामोदय विश्वविद्यालय को नैक द्वारा ए डबल प्लस प्रदान करने की जानकारी प्रसारित की है। विकास की नवीन योजनाओं एवं अंगीकृत विभिन्न आयामों को प्रकट करते हुए कुलगुरु प्रो भरत मिश्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय को सरकार का पूरा सहयोग और सतत मार्ग दर्शन मिल रहा है। महामहिम राज्यपाल श्री मंगु भाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार के विश्वविद्यालय आगमन और सतत मार्गदर्शन से प्राप्त ऊर्जा को आत्मसात कर ग्रामोदय परिवार निष्ठा और ईमानदारी के साथ ग्रामोदय लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार के सहयोग से मिले अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए डीसीए एवं सीपीसीटी प्रशिक्षण कार्यक्रम, मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम, बीएएमएस और एविएशन के नवीन पाठ्यक्रम, मंडी बोर्ड आदि नवीन परियोजनाओं की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय की अर्जित समस्त उपलब्धियों का श्रेय मुखिया के तौर पर केवल मुझे ही नहीं बल्कि ग्रामोदय परिवार के प्रत्येक अंग अर्थात शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, शोधकर्ता, विद्यार्थी और पेड़-पौधों आदि को भी जाता है। उन्होंने ग्रामोदय परिवार के सभी लोगों को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। इस मौके पर कुलसचिव प्रो आरसी त्रिपाठी, संकायाध्यक्ष गण प्रो अमरजीत सिंह, प्रो एसके चतुर्वेदी, प्रो शशिकांत त्रिपाठी, डॉ आञ्जनेय पांडेय, डॉ सुधाकर मिश्रा आदि ने अपने विचार रखें। कुलसचिव प्रो आरसी त्रिपाठी में धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में ग्रामोदय परिवार के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, शोधकर्ता, छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।