कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री डॉ यादव ने लगाई सौगातों की झड़ी
उज्जैन: 12 वर्षों में एक बार सिंहस्थ महाकुंभ महाकाल की नगरी में लगता है. इसके लिए सरकार निर्माण कार्य, विकास कार्य और साधु संतों की सुविधा के तहत बड़े पैमाने पर व्यवस्थाएं जुटाती है. इसी के मद्देनजर अरबो की योजनाएं उज्जैन के लिए बनकर तैयार है.बुधवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक हुई जिसमें कई अहम फैसले लिए गए. उज्जैन इंदौर के बीच एक और फोरलेन बनाए जाने के लिए मंजूरी दे दी गई है, आंतरिक सड़कों से लेकर बाहरी मार्गों को जिस प्रकार से चौड़ा किया जा रहा है. ऐसे में सिंहस्थ में आने वाले साधु संतों व आगंतुक अतिथियों को बड़ी सुविधा प्राप्त होगी.
सिंहस्थ बाईपास भी फोरलेन
सिहस्थ 2028 के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने 2312 करोड रुपए से ज्यादा के सड़क निर्माण कार्यों की मंजूरी दे दी है। इसमें सिंहस्थ बाईपास का विशेष ख्याल रखा गया है और जो टू लेन सड़क है उसे फोर लेन किया जाएगा। इस 20 किमी लंबी सड़क पर 701 करोड रुपए खर्च होंगे।
उज्जैन में विदेशी निवेश
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रसन्नता जताई है कि उनकी विदेश यात्रा के दौरान कई निवेशक उनसे गर्मजोशी से मिले और मध्य प्रदेश सहित उज्जैन में निवेश करने के लिए उन्होंने इच्छा जताई है। जिस प्रकार से ग्लोबल सबमिट भोपाल में होने वाली है, उसमें निवेशक आएंगे और यहां की भौगोलिक परिस्थितियों का अवलोकन करेंगे. महाकाल दर्शन करने आएंगे और विभिन्न इकाइयों को स्थापित करने के लिए निवेश करेंगे.
इस तरह बनेगा फोरलेन
उज्जैन इंदौर के बीच में एक नया फोरलेन जो बनाया जाएगा यह हाईवे फोरलेन सीधा पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र तक कनेक्ट होगा ।जिससे भारी वाहन को आवागमन में बड़ी सुविधा प्राप्त होगी और आंतरिक मार्ग पर ज्यादा दबाव भी नहीं आएगा. यह नया फोर लाइन उज्जैन में चिंतामणि मंदिर जवासिया के आगे इंगोरिया होता हुआ देपालपुर से कनेक्ट होगा और इंदौर से जुड़कर पीथमपुर की तरफ यह सड़क मार्ग पहुंच जाएगा. इसके बीच दर्जनों ग्रामीण क्षेत्र भी मुख्य मार्ग से जुड़ेंगे। उज्जैन होटल शांति पैलेस के पीछे से जो वर्तमान में टू लेन सिहस्थ बाईपास है, वही फोरलेन में तब्दील होगा, जहां ये मार्ग 20 किलोमीटर के बाद पर खत्म होगा, वहीं से यह नया फोरलेन प्रारंभ होगा, जिससे महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग से लेकर पीथमपुर तक सतत फोरलेन मार्ग आमजन से लेकर श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा जिससे सिंहस्थ के दौरान भी बड़ी सुविधा प्राप्त होगी