जबलपुर: नगर प्रशासन, निगम और यातायात पुलिस की संयुक्त कार्रवाई विगत तीन चार दिनों से शहर के अलग-अलग हिस्सों में फैले अतिक्रमण को समेट रही है। इनके द्वारा अस्थाई दुकानें एवं अतिक्रमणों को हटाया जा रहा है लेकिन, नगर प्रशासन का कार्यालय ही अतिक्रमण की गिरफ्त में आ चुका है। जो अतिक्रमण दस्ते और प्रशासन को नजर नहीं आ रहा है। अतिक्रमण कारियो द्वारा लगी दुकानो से यातायात व्यवस्था चरमरा रही है। जिस पर नवभारत समाचार पत्र द्वारा समय-समय पर आवाज उठाई जा रही है। इसमें संज्ञान लेते हुए अधिकारियों ने बताया कि नगर निगम से जहां तहां लग रही दुकानों को हटाने के बारे में प्लान मांगा गया है। बता दे कि कलेक्ट्रेट परिसर के गेट क्रमांक 2 और 3 के सामने बने फुटपाथों और सड़कों पर अतिक्रमण होने से आम लोगों को रोज परेशानी झेलनी पड़ रही है। और अब यह अस्थाई दुकानें गेट क्रमांक 1 तक बढ़ चुकी है।
तीन जोन में बंटा ट्रैफिक
सूत्रों की माने तो अधिकारियों द्वारा शहर के ट्रैफिक को तीन हिस्सों में बांट दिया गया है एवं उनमें जो ट्रैफिक को बाधित करने वाले पॉइंट है उन पर पहले कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी की कलेक्ट्रेट के सामने का नंबर कब आता है। यहां पर्यटन तिराहे से उच्च न्यायालय की ओर जाने वाले मार्ग के फुटपाथो पर दुकानदारों द्वारा स्थाई रूप से अतिक्रमण कर लिया गया है। इस के चलते सड़क पर पैदल चलने वाले आम लोगों को परेशानी हो रही है।
पूरे शहर में कारवाई
नगर प्रशासन द्वारा विगत कुछ दिनों से शहर के गंजीपुरा, व्हीकल मोड, सतपुला पुल, बड़ा फवारा के चारों ओर एवं लॉर्डगंज जैसे क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जोरों से की जा रही है। लेकिन न जाने क्यों इनको कलेक्ट्रेट परिसर के सामने जमे अतिक्रमणकारी नजर नहीं आ रहे हैं।
इनका कहना है
कलेक्ट्रेट परिसर के सामने जमें अतिक्रमण कारियो को हटाया जाएगा। अभी नगर निगम से इस पर प्लान मांगा गया है एवं मीडिया और जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर इन पर कार्रवाई की जाएगी।
मीशा सिंह, सहा. कलेक्टर, सिटी अधारताल गोरखपुर, जबलपुर