ग्वालियर: भीम आर्मी का डबरा ब्लॉक प्रमुख चोरी की गाडि़यां खरीदता और बेचता था। मोटरसाईकिल चोर गैंग ने पकड़े जाने पर धंधे के तमाम रहस्यों का खुलासा किया। गैंग में डबरा का भीम आर्मी का ब्लॉक प्रमुख भी शामिल हैं। धंधे में काम के हिसाब से कमीशन बांटता था। मोटरसाईकिल के रेट पर चोरी को मोटर साईकिल का सौदा करते रहें हैं। अधिकतर मोटरसाईकिल देहात में खपाई हैं क्योंकि वहां पुलिस का चेकिंग का खुटका नहीं रहता है। गिरोह के मास्टर माइंड सगे भाई पुलिस की पकड़ में नहीं आये हैं। उनके गिरफ्त में आने पर कई और रहस्यों का खुलासा होगा।
वाहन चोरों ने पुलिस की पूछताछ में बताया गाड़ी चुराने में आकाश जाटव और उसका भाई रविन्द्र निवासी हुरावली माहिर हैं। यह दोनों ही गिरोह ऑपरेट करते हैं। उन्हें पड़ोसी अरविंद जाटव अपनी बाइक से लेकर निकलता था बाइक उठाने के लिये यह चोर बाजार के भीड़ इलाकों में मोटरसाईकिल चुराते थे। जैसे कि कोचिंग, कलारी, मैरिज गार्डन पर गैंग का फोकस रहता था क्योंकि यहां गाड़ी खड़ी करने वाले के तुरंत वापिस लौटने की गुजांइश कम रहती है, गिरोह के सभी सदस्य नशे के आदी हैं, मोटरसाईकिल की कमाई को नशे में उड़ाते थे।
टीआई शैलेन्द्र भार्गव ने बताया कि मोटरसाईकिल चोर गैंग में भीम आर्मी का ब्लॉक प्रमुख परवेन्द्र घोरपड़े भी शामिल था। नेतागिरी की आड़ में बेधड़क वाहन चोरी के वाहन खपाने काम का कर रहा था। उसे मिस्त्री हरेन्द्र जाटव ने गिरोह में शामिल किया था। पुलिस का कहना है कि परवेन्द्र की साली की शादी हीरेन्द्र से तय हुई थी। लेकिन लड़की वालों को पता चल गया कि हीरेन्द्र वाहन चोरी का धंधा करता है तो रिश्ता तोड़ दिया। इसके बावजूद परवेन्द्र ने हीरेन्द्र के साथ वाहन चोरी के धंधे में हाथ मिलाया और उससे चोरी की दो मोटरसाईकिल मिली।