नयी दिल्ली 02 दिसम्बर (वार्ता) भारत-मलेशिया संयुक्त सैन्य अभ्यास हरिमाऊ शक्ति सोमवार को मलेशिया के पहांग जिले के बेंटोंग कैंप में शुरू हो गया।
यह इस अभ्यास का चौथा संस्करण है और यह 15 दिसंबर तक चलेगा। भारतीय टुकड़ी में 78 सैनिक हैं और ये महार रेजिमेंट की बटालियन के हैं। मलेशियाई रेजिमेंट की टुकड़ी में 123 सैनिक हैं । संयुक्त अभ्यास हरिमाऊ शक्ति वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो भारत और मलेशिया में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है। पिछला संस्करण गत नवंबर में मेघालय की उमरोई छावनी में हुआ था।
संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र अधिदेश के अध्याय सात के तहत जंगल क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाना है। यह अभ्यास जंगल के वातावरण में अभियानों पर केंद्रित होगा।
अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहले चरण में दोनों सेनाओं के बीच क्रॉस ट्रेनिंग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसमें व्याख्यान, प्रदर्शन और जंगल के इलाकों में विभिन्न अभ्यास शामिल हैं। अंतिम चरण में दोनों सेनाएं एक मॉक अभ्यास में सक्रिय रूप से भाग लेंगी, जिसमें सैनिक एंटी-एमटी एंबुश, बंदरगाह पर कब्जा, टोही गश्त, घात लगाना और आतंकवादियों द्वारा कब्जा किए गए क्षेत्र पर हमले सहित विभिन्न अभ्यास करेंगे।
हरिमाऊ शक्ति अभ्यास से दोनों पक्षों को संयुक्त अभियान चलाने की रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं में सर्वोत्तम अभ्यास साझा करने का अवसर मिलेगा। इससे दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन और सौहार्द विकसित करने में मदद मिलेगी। संयुक्त अभ्यास से रक्षा सहयोग भी बढ़ेगा, जिससे दोनों मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध प्रगाढ होंगे।