*8 घंटे की मशक्कत के बाद 30 गाड़ी पानी से आग पर पाया काबू*
ग्वालियर। बुधवार सुबह करीब 4 बजे गत्ता रद्दी और प्लास्टिक के दाने बनाने वाली दो फैक्ट्रियों में आग लग गई थी। दोनों फैक्ट्रियों में गत्ता रद्दी और प्लास्टिक का वेस्टेज मटेरियल सहित अन्य सामान आग में जलकर राख हो। सूचना पर नगर निगम की फायर बिग्रेड मौके पर पहुंची थी और लगभग 8 घंटे की मशक्कत के बाद 30 गाड़ी पानी डाला गया, तब जाकर यह आग काबू में आई। आग लगने का कारण किसी व्यक्ति के द्वारा जलती हुई बीड़ी फेंकने से लगना बताई जा रही है। फिलहाल इस आग में कोई जनहानि नहीं हुई है।
घटना हजीरा थाना क्षेत्र के यादव धर्मकांटे रेलवे पटरी गदाईपुर नए ओवरब्रिज के नीचे वैष्णोपुरम कॉलोनी के पास स्थित दो फैक्ट्रियों में बुधवार सुबह 4 बजे अचनाक आग लग गई थी। यहां मनीष अग्रवाल की गत्ता, रद्दी और प्लास्टिक का वेस्टेज मटेरियल से दाने बनाने की दो फैक्ट्री है।
दोनों फैक्ट्रियों में गत्ता रद्दी और प्लास्टिक का वेस्टेज मटेरियल के साथ ही अन्य सामान भरा था। आग की खबर फैक्ट्री के पास ही अन्य फैक्ट्री में काम करने वाले व्यक्ति के द्वारा पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी गई थी। आग की लपटे पास की एक फैक्ट्री और मकान तक भी पहुंच गई थी, लेकिन फायर ब्रिगेड ने समय रहते पानी डालकर आग पर बुझा दी थी। दोनों फैक्ट्रियों में लगी आग करीब 30 गाड़ी का पानी डालकर बुझाई है, फैक्ट्रियों में आग लगता देखकर उसमें काम करने वाले पांच कर्मचारी पहले ही बाहर निकल आए थे जिससे उनकी जान बच गई थी।
दमकल अमले के अनुसार फैक्ट्री के अंदर घरेलू गैस के 8 भरे हुए सिलेंडर भी आग बुझाने के दौरान दमकल कर्मियों को मिले। गनीमत रही कि इन गैस सिलेंडरों तक आग नहीं पहुंची यदि ये सिलेण्डर आग से फट जाते तो यह अग्नि कांड भीषण और विकराल हादसे का रूप धारण कर लेता।
वहीं नगर निगम के फायर ऑफिसर अतिबल सिंह यादव का कहना है कि हजीरा थाना के यादव धर्म कांटे के पास दो फैक्ट्रियों में आग लग गई थी, सूचना मिलने पर फायर बिग्रेड मुख्यालय से दो गाडिय़ां भेजी गई थी। लेकिन आग ज्यादा होने कारण एक के बाद एक गाडिय़ां भेजी गई थी। क्योंकि फैक्ट्री में गत्ता और प्लास्टिक का सामान भरा हुआ था। जिससे आग बार-बार उठ रही थी। कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है, इस आग में कोई जनहानि नहीं हुई है। आग किसी के दौरा जलती हुई बीड़ी फेंकने से लगी है।
*फायर ब्रिगेड विभाग आग बुझाने का खर्चा फैक्ट्री के संचालकों से वसूलेगी*
दो महीने पहले भी इसी इलाके में एक फैक्ट्री में आग लग गई थी जिसके बाद फायर ब्रिगेड विभाग के अधिकारियों ने इस इलाके में संचालित होने वाली फैक्ट्री के संचालकों को आग लगने की स्थिति में आग बुझाने के लिए यंत्र लगाने की आदेश दिए थे।
अधिकारियों ने इस इलाके में करीब एक हजार से ज्यादा नोटिस चिपकाए थे, इसके बावजूद भी यहां संचालित होने वाली फैक्ट्रियों के संचालकों ने अभी तक यह यंत्र नहीं लगाए हैं। फैक्ट्री में लगी आग को बुझाया गया है। इसमें जो भी खर्चा हो रहा है वह इनके संचालकों से वसूला जाएगा।