नयी दिल्ली, (वार्ता) भारत और साइप्रस ने आज निकोसिया में विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) के छठे दौर का आयोजन किया, जिसमें दोनों पक्षों ने नवीकरणीय ऊर्जा, फिनटेक, स्टार्ट-अप और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की।
भारतीय पक्ष का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (मध्य यूरोप) अरुण कुमार साहू और साइप्रस पक्ष का नेतृत्व वहां के विदेश मंत्रालय के राजनीतिक निदेशक थेसलिया सलीना शम्बोस ने किया।
एक बयान में कहा गया कि परामर्श के दौरान, दोनों पक्षों ने उच्च स्तरीय आदान-प्रदान, व्यापार, निवेश, अनुसंधान एवं नवाचार, डिजिटलीकरण, कनेक्टिविटी, शिक्षा, संस्कृति और लोगों से लोगों के संबंधों सहित भारत-साइप्रस द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम की समीक्षा की।
दोनों पक्षों ने नवीकरणीय ऊर्जा, फिनटेक, स्टार्ट-अप और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के उपायों की तलाश की। उन्होंने आपसी हितों के महत्वपूर्ण क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
अतिरिक्त सचिव (मध्य यूरोप) ने साइप्रस के विदेश मंत्रालय के स्थायी सचिव, राजदूत एंड्रियास एस. काकोरिस और साइप्रस गणराज्य के अनुसंधान, नवाचार और डिजिटल नीति मंत्रालय के कार्यवाहक स्थायी सचिव, जॉर्जियोस कोमोड्रोमोस से भी मुलाकात की।
बयान के अनुसार, परामर्श के दौरान हुई चर्चाएं भारत-साइप्रस द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने में योगदान देंगी। बयान में कहा गया कि दोनों पक्ष एफओसी का अगला दौर नयी दिल्ली में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तारीखों पर आयोजित करने पर सहमत हुए।