एडिशनल एसपी की वर्दी पहनकर घूम रही युवती पकड़ाई 

नेम प्लेट पर नंबर लिखा होने पर हुई थी शंका

बीमार मां को खुश रखना चाहती थी युवती

भोपाल, 23 नवंबर. टीटी नगर पुलिस ने अशोक चिन्ह लगी एडिशनल एसपी की वर्दी पहनकर घूम रही एक युवती को पकड़ा है. वह न्यू मार्केट इलाके में घूम रही थी. वर्दी पर लगी नेम प्लेट के नीचे नंबर लिखे होने के कारण एक महिला आरक्षक को उस पर शंका हुई, जिसके बाद उसने थाने को सूचना दी. पूछताछ के दौरान युवती ने बताया कि अपनी बीमार मां को वह खुश रखना चाहती थी, इसलिए उसने परिजनों से झूठ बोला था कि उसकी पुलिस विभाग में नौकरी लग गई है. फिलहाल पुलिस ने युवती के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. जानकारी के अनुसार टीटी नगर थाने में पदस्थ एक महिला आरक्षक शुक्रवार की शाम को थाने के पास न्यू मार्केट जाने वाले रास्ते पर तैनात थी. शाम करीब छह बजे एक युवती एडिशनल एसपी की वर्दी पहनकर मार्केट के भीतर जाने लगी. आरक्षक की नजर पड़ी तो उसने सैल्यूट मारा और उसके बाद बातचीत करने लगी. इसी दौरान उसकी नजर वर्दी पर लगी नेम प्लेट पर पड़ी तो उसमें नाम के नीचे चार नंबर भी लिखे हुए थे. आरक्षक को शंका हुई कि इस प्रकार के नंबर केवल आरक्षक और प्रधान आरक्षक की नेम प्लेट पर लिखे जाते हैं, अधिकारियों की नेम प्लेट पर केवल नाम लिखा होता है. इसकी जानकारी उसने थाने पर मौजूद स्टाफ को दी तो दूसरे अधिकारी और कर्मचारी भी पहुंच गए. बातचीत के दौरान पुलिसकर्मी उसे टीटी नगर थाने चलकर बात करने का बोला तो युवती तैयार हो गई. थाना प्रभारी ने जब युवती से उससे पूछताछ करनी शुरू की तो पता चला कि वह एडिशनल एसपी नहीं है. परीक्षा दी, लेकिन पास नहीं हुई पूछताछ के दौरान पता चला कि युवती का नाम शिवानी चौहान (28) है और वह इंदौर की रहने वाली है. लंबे समय से वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी. वर्ष 2019 में उसने एमपीपीएससी की परीक्षा दी थी, लेकिन सिलेक्शन नहीं हुआ. उस वक्त उसकी मां बहुत बीमारी थी और अस्पताल में भर्ती थी, इसलिए मां को खुश रखने के लिए उसने बोल दिया था कि उसकी नौकरी डीएसपी पद पर लग गई है. परिजन जब उससे नौकरी पर जाने का पूछते तो वह कोई न कोई बहाना बनाकर टाल देती थी. बाद में उसने इंदौर की पुलिस कैंटीन से एडिशनल एसपी की एक वर्दी खरीदी और उसे पहनकर घूमने लगी. टीटी नगर पुलिस ने जब पूछताछ की तो उसने बताया था कि वह वर्ष 2020 में भर्ती हुई थी और दो साल बाद ही ही उसका प्रमोशन हो गया था. इस पर पुलिस को उसे पर शंका बढ़ गई थी. पीएचक्यू जाने का बोलकर निकली थी शुक्रवार को युवती अपनी बुआ के लड़के के साथ इंदौर से भोपाल आई थी. परिजनों को उसने बताया था कि वह पीएचक्यू जा रही है. भोपाल पहुंचने के बाद उसने बुआ के लड़के को लालघाटी स्थित एक होटल में ठहरा दिया और खुद पीएचक्यू का बोलकर निकल गई. शाम को वह न्यू मार्केट घूमने पहुंची तो टीटी नगर पुलिस की नजर पड़ गई. प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि इसके पहले भी वह एक थाने जाकर पुलिस कर्मचारियों के साथ फोटो खिंचवा चुकी थी, लेकिन पकड़ी नहीं गई. हालांकि उसने अभी तक कोई अन्य गैर कानूनी काम नहीं किया था.

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