शाजापुर के पुलिसकर्मियों को तबादले के नाम पर लगाया चूना, उज्जैन में जमीन के नाम पर लूटा
शाजापुर, 17 नवंबर. साइबर क्राइम हो या अन्य कोई सा भी अपराध. पुलिस जनता को जागरुकता का ज्ञान देती है, लेकिन जब पुलिसकर्मी खुद ही ठगों के चक् कर में आकर ठगा जाएं, तो फिर पुलिस जनता को ठगी से कैसे बचा पाएगी. यूं तो कई नटवरलाल देश में पैदा हुए, लेकिन एक ऐसा नटवरलाल उजागर हुआ है, जिसने पुलिस हेडक्वार्टर भोपाल के नाम से कई पुलिसकर्मियों को तबादले के नाम पर ठग लिया. इस ठग की करतूत यहीं नहीं रुकी, उज्जैन में भी कई लोगों को फर्जी तरीके से जमीनें दिखाकर उन्हें लूट लिया. उज्जैन में तमाम शिकायत होने के बाद भी आज तक इस ठग को पुलिस नहीं पकड़ पाई.
गौरतलब है कि उज्जैन का एक शातिर ठग जो अपने आप को पुलिस मुख्यालय में पदस्थ होना बताता है और बकायदा पीएचक्यू भोपाल के नाम से फोन पे पर तबादले के लिए पैसे डलवाता है. नवभारत को सूत्रों से मिली जानकारी और पुख्ता प्रमाण के आधार पर शाजापुर के तीन पुलिसकर्मी भी इस फर्जी ठग को तबादले के लिए पीएचक्यू भोपाल के नाम से बना फोन पे पर पैसे भेज चुके हैं. लेकिन इन पुलिसकर्मियों ना तो आज तक तबादला हुआ और ना ही वो ठग इनके पैसे वापस लौटा रहा है. शाजापुर जिले के अलग-अलग थानों में पदस्थ तीन पुलिसकर्मी इसलिए चुप हैं कि महकमे की बदनामी ना हो, लेकिन तीनों पुलिसकर्मियों को तबादले के नाम पर इस नए नटवरलाल ने राशि लेकर मामू बना दिया. ऐसे ही उज्जैन में आधा दर्जन लोगों को विकास प्राधिकरण की जमीन पर प्लॉट देने के नाम पर राशि ले ली और पता चला कि उज्जैन में प्राधिकरण की कोई जमीन का प्लॉट बिकाऊ नहीं है.
मकान दिलाने के एवज में खाते में डलवाए लाखों रुपए
इसी प्रकार लखन सिंह चौधरी निवासी पचौला माकड़ोन से मकान दिलाने के नाम पर 1 लाख 44 हजार रुपए एडवांस मांगा, जिसमें विशाल शर्मा के खाते पर 1 लाख रुपए फोन पे के माध्यम से ट्रांसफर किए गए. उसके बाद से तथाकथित विशाल शर्मा का फोन बंद आ रहा है, जिसकी शिकायत 24 सितंबर 2024 को थाना प्रभारी राघव जी जिला उज्जैन थाने पर की गई. इसी प्रकार भूपेंद्र सिंह ठाकुर ग्राम जगोटी तहसील महिदपुर को नया मकान खरीदने हेतु 3 लाख 44 हजार रुपए का चूना तथाकथित विशाल शर्मा ने लगाया. जिसकी शिकायत 24 सितंबर 2024 को उज्जैन थाने पर की गई. ऐसे ही शुभम गुप्ता पिता सुरेशचंद्र गुप्ता निजातपुरा उज्जैन की मुलाकात तथाकथित विशाल शर्मा से हुई और प्लॉट के नाम पर 2 लाख 60 हजार रुपए ले लिए गए. ये सब वो फरियादी हैं, जो तथाकथित ठग विशाल शर्मा से ठगे गए हैं, जिनकी शिकायत उज्जैन आईजी, डीआईजी और एसपी से की गई है, लेकिन आज तक इन शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है.
शिकायत के बाद भी आज तक नहीं हुई कार्यवाही
मुख्यमंत्री मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन में एक शातिर ठग लोगों को फर्जी जमीन बताकर लाखों रुपए लूट चुका है, जिसकी शिकायत उज्जैन एसपी, डीआई, आईजी और थानों में की गई है, लेकिन आज दिनांक तक उज्जैन पुलिस ने धोखाधड़ी की शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं की और ना ही तथाकथित विशाल शर्मा को पुलिस ढूंढ पाई. विशाल शर्मा नाम का व्यक्ति कभी सब इंस्पेक्टर बताता है, तो कभी अपने आप को आरक्षक. कभी कार्मिक विभाग में पदस्थापना बताता है, तो कभी अन्य महत्वपूर्ण जगह में पदस्थ होना बताता है. लगातार ये लोगों को कभी तबादले के नाम पर, तो कभी विकास प्राधिकरण की जमीन में प्लॉट दिलाने के नाम पर लाखों रुपए लूट चुका है, लेकिन इतनी शिकायत करने के बाद भी उज्जैन पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की. जबकि यह मामला मुख्यमंत्री के गृह जिले का मामला है.
शाजापुर में तीन पुलिसकर्मियों को तबादले के नाम पर ठगा
तथाकथित विशाल शर्मा इतना शातिर बताया जा रहा है कि वो पहले पीएचक्यू में पदस्थ अधिकारियों की पूरी जानकारी लेता है फिर पुलिसकर्मियों को तबादले के नाम पर लूटता है. ऐसे ही जाल में शाजापुर जिले के अलग-अलग थानों में पदस्थ तीन पुलिसकर्मी अपने तबादले के लिए इस शातिर ठग विशाल शर्मा को राशि दे चुके हैं, लेकिन ना तबादला हुआ और ना ही राशि वापस आई. हालांकि इस मामले में शाजापुर जिले में पदस्थ तीनों पुलिसकर्मी विभाग की बदनामी और तबादले के लिए पैसे की बात के डर से शिकायत करने से हिचक रहे हैं. लेकिन जो चेटिंग तथाकथित विशाल शर्मा और इन पुलिसकर्मियों के बीच हुई है, वो नवभारत के पास मौजूद है. जो पीएचक्यू भोपाल के नाम पर फोन पे पर राशि ली गई है.
प्राधिकरण का प्लॉट दिखाने के नाम पर 9 लाख ठगे …
नवभारत को जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार उज्जैन निवासी अशोक पिता शंकरलाल शर्मा महेश विहार इंदौर रोड को बताया गया कि मैं विशाल शर्मा पिता अजय शर्मा निवासी सुभाष नगर उज्जैन का हूं, जो एसपी कार्यालय में सब इंस्पेक्टर पद पर कार्यरत हूं और उज्जैन के सभी बड़े अधिकारियों से अच्छी बात है. प्राधिकरण के सीईओ संदीप कुमार सोनी से मेरी अच्छी बातचीत है. अभी कुछ प्लॉट लॉटरी के माध्यम से दिए जा रहे हैं, जिनकी कीमत कम रहेगी, ऐसा बोलकर विशाल शर्मा ने इंदौर रोड पर मुनिनगर के वहां प्लॉट बताया और 9 लाख रुपए की राशि एडवांस के तौर पर लिए. जिसके एवज में 6 लाख रुपए की राशि का चैक क्रमांक 367010 प्राधिकरण सीईओ संदीप कुमार सोनी के हस्ताक्षर करके दिया गया और दूसरा चैक भारतीय स्टेट बैंक का होकर जिसकी राशि 3 लाख चैक क्रमांक 095561 के द्वारा विशाल शर्मा के नाम से दिया. विशाल शर्मा ने प्लॉट के नाम पर मुझे जालसाजी कर 9 लाख रुपए अमित पोरवाल के समक्ष 20 अक्टूबर 2023 को लिए. जब प्लॉट नहीं मिला, तो उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप कुमार सोनी के कार्यालय में जब फरियादी अशोक शर्मा गए , तो सीईओ ने बताया कि वे किसी विशाल शर्मा को नहीं जानते हैं और ना ही ऐसा कोई प्लॉट प्राधिकरण द्वारा बेचा जा रहा है. इस संबंध में 27 मार्च 2024 को उज्जैन डीआईजी को शिकायत की गई, लेकिन उसके बाद भी कुछ नहीं हुआ.