चाकूबाजी में लगाई मामूली धाराएं, घायल ने इलाज के दौरान तोड़ा दम
परिजनों ने घेरा थाना, शव रखकर प्रदर्शन, हंगामे के बाद हुआ एक्शन
जबलपुर। पनागर थाना अंतर्गत ग्राम पठरा उमरिया में पांच दिन पूर्व हुई चाकूबाजी में घायल युवक ने मंगलवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने हंगामा करते हुए पनागर थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और चिकित्सक पर गंभीर आरोप लगाये। सूचना मिलते ही विधायक इंदु तिवारी भी पहुंच गए। जिसके बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया। इसके साथ ही प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि मामले में गंभीर धाराएं लगाई जाती थी लेकिन डॉक्टर ने साधारण चोटें बताई और पुलिस ने भी लापरवाही बरतते हुए साधारण धाराओं का अपराध दर्ज कर लिया था। लापरवाही उजागर होने के बाद पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने जहां पनागर थाने में पदस्थ दो सब इंस्पेक्टर को हटाते हुए लाइन अटैच कर दिया हैं तो वहीं सीएमएचओ संजय मिश्रा ने ड्यूटी डॉक्टर को हटा दिया है।
विदित हो कि पठरा उमरिया निवासी संतोष दुबे करीब पांच दिन पूर्व खेत से अपने घर वापस लौट रहा था। तभी शराब के नशे में धुत्त सौरभ पटेल, सोनू पटेल और रमन पटेल ने उसे रोका और विवाद करने लगे। विवाद इतना बढ़ा कि तीनों ने मिलकर उस पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। घायल को परिजन उपचार के लिए पनागर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसे जबलपुर रेफर कर दिया विक्टोरिया में इलाज के दौरान मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई।
इन पर गिरी गाज, आरोपी भी पकड़ाए
आक्रोशित परिजनों ने पनागर थाने के सामने लाश रखकर प्रदर्शन करते हुए लापरवाही का आरोप लगाया। यह बात विधायक इंदु तिवारी तक पहुँची तो उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाही का आदेश दिया। जिसके बाद पनागर थाने के दो एएसआई मयंक यादव, संतोष ठाकुर को लाइन हाजिर किया गया है। जबकि डॉक्टर रजी नफीस को हटाकर बेरला अस्पताल भेजा गया। इसके अलावा पनागर पुलिस ने मामले में हत्या की धारा बढ़ाते हुए तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
गंभीर चोट को बताई साधारण, थाने से मिली जमानत-
बताया जाता है कि मुलाहजे के दौरान भी लापरवाही बरतीगई। पनागर थाने में पदस्थ डॉक्टर रजी नफीस ने गंभीर चोट को मामूली चोट बताई। पुलिस ने भी गंभीर धाराएं लगाने की जगह मामूली धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर लिया था। आरोपित को थाने से ही जमानत दे दी गई गई थी।
इनका कहना है
मामले में गंभीर धाराएं लगनी थी लेकिन साधारण धाराएं लगाई गई। डॉक्टर ने भी साधारण चोटें बताई थी। पूरे मामले की विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए है और दो सब इंस्पेक्टर को लाइन अटैच कर दिया गया है।
संपत उपाध्याय, पुलिस अधीक्षक
गंभीर चोटों की बजाये मामूली चोटें रिपोर्ट में डॉक्टर ने लिखी थी मरीज को जबलपुर रेफर कर दिया जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई और आरोपी को थाने से ही जमानत दे दी गई थी। डॉक्टर को हटाते हुए बरेला अस्पताल अस्पताल अटैच कर दिया गया है।
संजय मिश्रा, सीएमएचओ