वरिष्ठ पत्रकार यदुवंष दूबे एवं उनकी पत्नी पर प्राण घातक हमला

घटना के 20 घंटे बाद भी नही दर्ज हुई प्राथमिकी

राजेन्द्रग्राम। 4 और 5 तारीख की दरमियानी रात पुलिस थाने से महज 300 मीटर दूर रीवा अमरकंटक मुख्य मार्ग पर बीच बाजार में स्थित मकान में निवासरत 65 वर्षीय वरिष्ठ पत्रकार जो विगत 02 वर्षों से लकवा ग्रसित है चलने फिरने में असमर्थ यदुवंश दुवे एवं उनकी पत्नी के साथ रात तकरीबन 2 बजे कुछ नकाबपोश बदमाशों ने घर मे घुस कर प्राणघातक हमला कर दिया व लात घूसों से मारपीट के बाद चाकुओं से वार कर लहूलुहान कर फरार हो गये। शोर मचाने पर पड़ोसियों ने उनकी जान बचाई। जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुष्पराजगढ़ में भर्ती कराया गया।

पुलिस का गैर जिम्मेदाराना चेहरा आया सामने

घटना की सूचना मिलने के 9 घंटे बाद रात्रि गस्त में लगे सहायक उपनिरीक्षक यादवेन्द्र सिंह और हवलदार वीरेन्द्र सिंह को मिलते ही राजेन्द्रग्राम अस्पताल पहंुचकर घायलो का हाल-चाल लिया लेकिन दुखद और आष्र्चयजनक पहलू यह है कि घटना रात्रि 2 बजे कि है और समाचार लिखे जाने तक 20 घंटे बीत जाने के बावजूद भी उक्त मामले में प्राथमिकी दर्ज नही हुई है। यह पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खडे कर रहा है जबकि घटना की जानकारी राजेन्द्रग्राम थाने को घटना के कुछ समय बाद ही घायल पत्रकार के पड़ोसियों ने पुलिस को दे दी थी। रात्रि गस्त में लगे एएसआई यादवेन्द्र सिंह और हवलदार वीरेन्द्र सिंह का अस्पताल में पहुंचना ही इस बाद की तस्दीक करता है कि राजेन्द्रग्राम थाने को घटना की जानकारी हो गई थी। घटना के 9 घंटे के बाद सुबह लगभग 11ः30 बजे के करीब पुलिस ने घायल पत्रकार यदुबंष दुबे और उनकी पत्नी से पूछताछ की। ज्ञात हो कि यदुवंष दुबे पिछले 4 दषको से पत्रकारिता कर रहे थे पिछले दो वर्षो से वे लकवाग्रस्त हो शरीर से लाचार हो गए है। उनका पुत्र स्वर्गीय अनिल दुबे एनडीटीवी और अनादि चैनल के पत्रकार रह चुके है। यदुवंष दुबे प्रदेष के दिग्गज नेता स्वर्गीय दलवीर सिंह के करीबी रहे है। उनकी पत्रकारिता बेदाग रही और क्षेत्र में उनकी साफ सुथरी और स्वस्थ पत्रकारिता की मिसाल दी जाती है। ऐसे व्यक्ति पर हमला होना बेहद शर्मनाक और चिंता जनक है।

पुलिस की निष्क्रियता पर उठ रहे सवाल

पूरे घटनाक्रम में बीच बाजार में असामाजिक तत्वों ने घटना को अंजाम दिया वो महज थाने से 300 मीटर की दूरी पर है। अगर पुलिस सक्रिय होती और रात्रि गस्त होता रहता तो शायद आरोपियों के हौसले इतने बुलंद न होते। इन दिनों पुलिस की निष्क्रियता की वजह से आये दिन चोरी, लूटपाट और हत्या जैसी घटनाएं आये दिन घटित हो रही है। इस तरह के आदतन आरोपियों से यदि पुलिस शक्ति के साथ पूछताछ करे तो निश्चित ही आरोपी पुलिस शिकंजे के पीछे होगा।

इनका कहना है

अभी हम घटना स्थल का निरीक्षण कर रहे है एफएसएल की टीम मौके पर है डाॅग स्काॅट की मदद भी ली जा रही है सीसीटीवी की फुटेज खंगाले जा रहे है जिसमें 2 संदिग्ध देखे गए है। घायलो से पूछताछ हो रही है। अभी प्राथमिकी दर्ज नही हुई है।

नवीन तिवारी एसडीओपी पुष्पराजगढ़

यह घटना बहुम गम्भीर है पुलिस इसे गम्भीरता से जांच कर रही है घटना के 20 घंटे बाद भी प्राथमिकी किन कारणो से दर्ज नही हुई यह चिंता का विषय है आज जिला मुख्यालय में क्राइम मीटिंग थी मै उसी में व्यस्त था मै पूरे मामले को दिखवाता हॅू।

मोहम्मद इसरार मंसूरी

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर

अस्पताल के तहरीर पर चिकित्सकीय जांच के उपरांत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज कर टीम गठित कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।

मोती उर रहमान पुलिस अधीक्षक अनूपपुर

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