भोपाल, 05 नवंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में हाल ही में दस हाथियों की मृत्यु और इसी दल के एक हाथी द्वारा दो ग्रामीणों को हमला कर मार देने की घटना के मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उपचुनाव के पहले वन मंत्री रामनिवास रावत को घेरते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से उन्हें हटाने की मांग की है।
श्री पटवारी ने यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान आरोप लगाया कि 10 हाथियों की मौत दुर्घटना नहीं थी बल्कि उन्हें जहर दिया गया था। ये जांच का विषय है। इस पूरे घटनाक्रम के लिए वन विभाग और राज्य सरकार जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल वन्य जीवों को लेकर बजट पास करती है और उसमें भ्रष्टाचार करती है।
उन्होंने इस मामले को राज्य में पिछले कुछ समय से हो रही बाघों की मौत से भी जोड़ा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार इन हत्याओं के लिए अगर केवल कर्मचारियों को दंड देती है तो ये अन्याय होगा। वन मंत्री रामनिवास रावत का इस्तीफा लिया जाना चाहिए।
उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ यादव से आग्रह किया कि वे श्री रावत से वन मंत्री होने के नाते इस्तीफा लें।
राज्य की विजयपुर विधानसभा पर आगामी 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के पहले वन मंत्री श्री रावत लगातार चर्चाओं में बने हुए हैं। श्री रावत पहले इस सीट से कांग्रेस से विधायक थे, लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा से भी त्यागपत्र दे दिया, जिसके चलते विजयपुर में उपचुनाव हो रहा है। श्री रावत इस बार भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में हैं, वहीं कांग्रेस ने मुकेश आदिवासी को उम्मीदवार बनाया है।
इसी बीच उमरिया में वन क्षेत्रों से लगे इलाकों में हाल ही में दस हाथियों की मृत्यु और इसी दल के एक हाथी द्वारा दो ग्रामीणों को हमला कर मार देने की घटना के चलते कांग्रेस श्री रावत पर और ज्यादा हमलावर हो रही है।