मडगांव (गोवा), 2 नवंबर (वार्ता) वर्षों से एक दूसरे की प्रबल प्रतिद्धंदी रही बेंगलुरु एफसी और एफसी गोवा इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में आज शाम साढे सात बजे एक बार फिर से आमने सामने होंगी।
ये दोनों टीमें अतीत में आईएसएल चैंपियन रही हैं। बेंगलुरु एफसी ने 2018-19 में खिताब जीता था और गौर्स ने अगले सीज़न में लीग शील्ड जीती थी। अपने गढ़ में खेलना आमतौर पर टीमों के लिए सकारात्मक परिणाम देने वाला माना जाता है, लेकिन हाल के दिनों में एफसी गोवा के लिए ऐसा नहीं हुआ है। वे अब घरेलू मैदान पर चार मैचों में बिना जीत के हार गए हैं।
एक कारक जो गौर्स को उनके फॉर्म में बदलाव लाने में मदद कर सकता है, वह है बेंगलुरु एफसी के खिलाफ मुख्य कोच मनोलो मार्केज़ का सराहनीय रिकॉर्ड। कोच की टीमों ने ब्लूज़ के खिलाफ आठ मुकाबलों में एक भी गेम नहीं हारा है। ईस्ट बंगाल एफसी के साथ बेंगलुरु एफसी उन दो टीमों में से एक है, जिनका उसने आईएसएल में कम से कम तीन बार सामना किया है, लेकिन कभी नहीं हारा।
छह मैचों में 16 अंकों के साथ, बेंगलुरु एफसी की आईएसएल सीज़न में यह दूसरी सबसे अच्छी शुरुआत है – केवल 2018-19 अभियान के बाद जब वे तालिका में शीर्ष पर रहे थे। वे इस बार भी उसी लय में दिख रहे हैं, पांच मुकाबले जीते हैं, एक बार ड्रॉ खेला है, 11 गोल किए हैं और अब तक केवल एक बार हार का स्वाद चखा है।
आईएसएल में दोनों टीमें 15 बार एक-दूसरे से भिड़ चुकी हैं। बेंगलुरु एफसी और एफसी गोवा ने सात-सात और चार-चार मुकाबले जीते हैं। चार मुकाबलों का नतीजा ड्रॉ रहा है।