नयी दिल्ली 01 नवम्बर (वार्ता) भारतीय सेना की टुकड़ी अमेरिकी सेना के साथ संयुक्त विशेष बल अभ्यास ‘वज्र प्रहार’ के 15वें संस्करण में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को अमेरिका रवाना हुई।
यह अभ्यास 2 से 22 नवंबर तक अमेरिका के इडाहो में ऑर्चर्ड कॉम्बैट ट्रेनिंग सेंटर में आयोजित किया जा रहा है। इसी अभ्यास का पिछला संस्करण पिछले वर्ष दिसंबर में मेघालय के उमरोई में हुआ था। यह भारत और अमेरिकी सेना के बीच इस साल दूसरा अभ्यास होगा, इससे पहले सितंबर में राजस्थान में युद्ध अभ्यास 2024 हुआ था। संयुक्त अभ्यास में भाग लेने वाले दोनों देशों की टुकड़ियों में 45-45 कर्मी शामिल होंगे।
भारतीय सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व विशेष बल इकाइयों द्वारा किया जाएगा और अमेरिकी सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व अमेरिका के ग्रीन बेरेट्स द्वारा किया जाएगा। अभ्यास वज्र प्रहार का उद्देश्य अंतर-संचालन, संयुक्तता और विशेष संचालन रणनीति के आपसी आदान-प्रदान को बढ़ाकर भारत और अमेरिका के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना है। यह अभ्यास रेगिस्तानी, अर्ध-रेगिस्तानी स्थिति में संयुक्त विशेष बल अभियानों को अंजाम देने में संयुक्त क्षमताओं को बढ़ाएगा। यह उच्च स्तर की शारीरिक फिटनेस, संयुक्त योजना और संयुक्त सामरिक अभ्यास पर केंद्रित होगा।
अभ्यास के दौरान संयुक्त टीम मिशन, टोही मिशन की योजना बनाना, मानव रहित हवाई प्रणालियों का उपयोग, विशेष अभियानों का निष्पादन, संयुक्त टर्मिनल अटैक कंट्रोलर की कार्रवाइयां और विशेष अभियानों में मनोवैज्ञानिक युद्ध शामिल होंगे। अभ्यास वज्र प्रहार दोनों पक्षों को संयुक्त विशेष बल अभियानों के संचालन के लिए अपने सर्वोत्तम अभ्यासों और अनुभवों को साझा करने में सक्षम बनाएगा। यह अभ्यास दोनों देशों के सैनिकों के बीच अंतर-संचालन, सौहार्द और सौहार्द विकसित करने में मदद करेगा।