– प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया में बड़े बदलाव की तैयारी.
– सीएम के निर्देश पर सीएम सचिवालय बना रहा कार्य योजना.
भोपाल, 1 नवम्बर. प्रदेश में जिला पंचायत और जनपद पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव अब डायरेक्ट हो सकते हैं, मतलब जिस तरह से जनता सीधे महापौर चुनती है, वैसे ही वह जिला पंचायत और जनपद अध्यक्ष का चुनाव कर सकेगी। ये चुनाव दलीय आधार यानी पार्टी सिंबल पर हो सकते हैं। इसी तरह नगरीय निकायों में नगर परिषद् अध्यक्ष का चुनाव भी डायरेक्ट कराया जा सकता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर सीएम सचिवालय इसकी योजना बना रहा है।
दरअसल, पंचायत के चुनाव गैरदलीय आधार पर होते हैं। राजनीतिक दल सीधे उम्मीदवारों को टिकट नहीं देते बल्कि उन्हें समर्थन देते हैं। इसकी वजह से इन चुनावों में जोड़-तोड़ और खरीद-फरोख्त जमकर होती है। पॉलिटिकल एक्सपर्ट भी मानते हैं कि यदि ये चुनाव सीधे होंगे तो जनप्रतिनिधियों की जनता के प्रति जवाबदेही बढ़ेगी।
पंचायत राज अधिनियम में करना होगा परिवर्तन
पंचायती राज और नगर निगम मामलों के जानकार बताते हैं कि सरकार यदि जिला-जनपद और नगर परिषद अध्यक्ष के चुनाव डायरेक्ट कराना चाहती है तो इसके लिए नगर पालिका और पंचायत राज अधिनियम में संशोधन करना पड़ेगा।
इसके लिए विधानसभा सत्र के दौरान पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग तथा नगरीय आवास और विकास विभाग की ओर से कानून में संशोधन का प्रस्ताव कैबिनेट के समक्ष लाया जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद विधानसभा से संशोधन होगा।