ग्वालियर। भाजपा संगठन चुनावों को लेकर गुटबाजी सड़कों पर आ गई. अभी तक अनेक मंडल अध्यक्षों को घोषणा होने के बाद हटाया गया. ग्वालियर में आरएसएस पृष्ठभूमि के एक मंडल अध्यक्ष को हटाने के बाद सिंधिया समर्थक एक नेता के मनोनयन की घोषणा होते ही रविवार को बवाल मच गया. इसके चलते भाजपा और राठौर समाज के लोग खुलकर सड़क पर उतर आए. उन्होंने भाजपा कार्यालय के बाहर धरना देकर साफ चेतावनी दी कि वे अपमान सहन नहीं करेंगे.
*17 में अभी सिर्फ 13 की हो पाई है घोषणा*
भाजपा के ग्वालियर में 17 मंडल है. काफी उठापटक और संघर्ष के बाद भाजपा अभी तक सिर्फ 13 पर ही अपने मंडल अध्यक्ष घोषित कर पाई है. चार मंडल अध्यक्षों के नाम पर टकराव ही चल रहा है, जो नाम घोषित हुआ थे, उनमें विवेकानंद मंडल शामिल था, जहां आरएसएस पृष्ठभूमि के नरसिंह राठौर के नाम की घोषणा हुई थी. उनका स्वागत सत्कार चल रहा था कि अचानक एक नया आदेश निकला, राठौर की नियुक्ति को रद्द कर अमर कुटे को नया मंडल अध्यक्ष बनाया गया. कूटे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक है और उनके साथ ही कांग्रेस से भाजपा में आये हैं.
*मुखर्जी भवन पर हंगामा*
इस सूचना के बाद कार्यकर्ताओं में उबाल आ गया. राठौर समाज के लोगों ने देर रात ही पहले नेताओं के घर जाकर विरोध जताया फिर आज भाजपा कार्यालय मुखर्जी भवन पर हंगामा करते हुए धरना दिया. यहां नाराज लोगो ने भाजपा के जिला अध्यक्ष अभय चौधरी का घेराव किया. वे कुटे की जगह राठौर को ही मंडल अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं.
*जिला अध्यक्ष चौधरी ने कहा…*
अभय चौधरी, जिला अध्यक्ष भाजपा ग्वालियर ने कहा कि हमारे यहां मंडलों के चुनाव चल रहे हैं. नरसिंह राठौर मंडल अध्यक्ष बनाए गए थे. लेकिन पार्टी के विचार के बाद कुटे को मंडल अध्यक्ष बनाया गया. इस बात को लेकर राठौर समाज के लोग आए थे. मैंने उनसे बात की है. समाज के लोगों का ज्ञापन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के पास दूंगा. फिर जैसा उनका आदेश होगा, वैसा निर्णय लिया जाएगा. राजनीति में ऐसी परिस्थितियां बनती रहती हैं. लेकिन बीजेपी में जातिगत विचार नहीं होता है. राठौर समाज के लोग भी हमारे अपने लोग हैं.