काठमांडू, (वार्ता) पर्वतीय हिमालयी देश नेपाल में धन और समृद्धि की हिन्दू देवी को समर्पित लक्ष्मी पूजा गुरुवार को मनाई जा रही है। मीडिया रिपोर्टों ने यह जानकारी दी है।
हिमालयन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार नेपाल में बुधवार को शुरू हुए तिहार त्योहार के तीसरे दिन लक्ष्मी पूजा पारंपरिक रूप से मनाया जाता है। जिसे यमपंचक के नाम से भी जाना जाता है। इस साल तिहार के दूसरे दिन नरक चतुर्दशी और कुकुर तिहार होता है, जो कुत्तों की पूजा के लिए समर्पित त्योहार है।
आज शाम हिन्दू समुदाय के श्रद्धालु देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं, उन्हें धन और समृद्धि के प्रतीक के रूप में पूजते हैं। इस अनुष्ठान में घरों की साफ सफाई और मक्खन के दीये जलाये जाते हैं तथा बिजली की रोशनी से घर जगमग करते हैं। मान्यताओं के अनुसार कि धन की देवी लक्ष्मी केवल साफ और सुव्यवस्थित स्थानों में निवास करती हैं। ‘सुख रात्रि’ या ‘खुशी की रात’ के रूप में जानी जाने वाली लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व है। देवी लक्ष्मी के स्वागत करने के लिए भक्त आंगन से मुख्य वेदी तक छोटे-छोटे पैरों के निशान बनाते हैं, जो उनके आगमन का प्रतीक है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस उत्सव में युवा लड़कियों की टोलियों द्वारा गाए जाने वाले पारंपरिक ‘भैलो’ गीत शामिल होते हैं, जो घर-घर जाकर सांस्कृतिक गीत और नृत्य प्रस्तुत करते हैं। इसके बदले में गृह स्वामी उन्हें चावल के दाने, धान, फूलों की माला, पैसे और घी से बनी सेल रोटी सहित उपहार देते हैं। इसके अलावा कई घरों में लक्ष्मी पूजा के दिन सुबह गायों की पूजा करके पारिवारिक परंपराओं का पालन भी करते हैं।