सुबह से ही बैढ़न सहित पूरे नगरों व कस्बों के आभूषण, बर्तन, वाहन सहित अन्य दुकानों में ग्राहको की उमड़ी भीड़
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 30 अक्टूबर। मंगलवार को धनतेरस के अवसर पर जमकर धन बरसा है। जिले में करोड़ो रूपये की खरीददारी का अनुमान है। सबसे ज्यादा ग्राहकों की भीड़ बर्तन एवं आभूषण दुकानों पर देखी गई। गौरतलब हो कि आज धनतेरस के पावन पर्व पर सुबह से ही बाजारों में चहल-पहल दिखने लगी थी। जो आज देर रात तक गुलजार रहेंगे। जिला मुख्यालय बैढ़न सहित मोरवा, विन्ध्यनगर, नवानगर, जयंत, निगाही, बरगवां, चितरंगी, देवसर, माड़ा, सरई, महुआगांव, गोरबी, निगरी, निवास क्षेत्र के कस्बाई दुकानों में भीड़ उमड़ पड़ी थी। सबसे ज्यादा बर्तन फिर आभूषण, चांदी के सिक्कों की खरीददारी हुई है। साथ ही अन्य दुकानों पर भी भीड़ जमा थी। इसके अलावा दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों की खरीदी भी आज बड़े पैमाने पर देखी गई। आज मंगलवार को सुबह से ही बाजार की दुकानें पूरी तरह से सजी-धजी नजर आयीं। वहीं दोपहर से लोग दुकानों में पहुंच खरीददारी में लग गये। देखते ही देखते शाम के वक्त लोगों की भीड़ दुकानों में खासी दिखने लगी। लोग लक्ष्मी, गणेश की मूर्ति, दीपकए फल-फूल, मिठाई, चुनरी सहित अन्य सामग्रियों के खरीददारी में लगे रहे। वही रात 11 बजे तक बाजारों में ग्राहकों के भीड़ इस कदर उमड़ी थी कि बैढ़न शहर के मुख्य बाजार में जाम जैसा हालात बन जा रहे थे।
चाक-चौबंद रही पुलिस व्यवस्था
धनतेरस पर्व के अवसर पर जिले के सभी थानों एवं चौकी द्वारा बाजार की व्यवस्था को बनाये रखने एवं जाम की स्थिति निर्मित न हो के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में टीम लगाकर बाजार की व्यवस्था पर नजर बनाये रखे रहे। मोरवा स्थित बाजार में भी भारी संख्या में पुलिस बल हर चौराहों पर तैनात दिखी। ताकि किसी तरह की अव्यवस्था न हो।
आकर्षक लाइटिंग से गुलजार हुये बाजार
बर्तन, आभूषणों की दुकानों से धनतेरस के अवसर पर ग्राहकों ने खूब खरीददारी की। इस दौरान किराना की दुकानों से लोगों ने झाडू भी खरीदना नहीं भूले। यहां का बाजार खरीददारों से गुलजार रहा। वहीं शहरी सहित ग्रामीण अंचलों में बड़ी-बड़ी दुकानों एवं आवासीय मकानों में लोगों ने तरह-तरह की लाइट लगाकर अपने घरों एवं दुकानों को आकर्षक रूप से सजाये रखा। वही धनतेरस पर्व पर लक्ष्मी-गणेश वाले चांदी के सिक्के एवं मूर्ति लेने की परम्परा है। दीपावली में इन्हीं सिक्कों एवं मूर्ति से माता लक्ष्मी और गणेश का पूजा करने का विधान है। बाजार में कई तरह के चांदी के सिक्के उपलब्ध हैं। इनमें लक्ष्मी गणेश छाप वाले सिक्को की मांग अधिक रही। इस दौरान ज्वेलर्स की दुकानों पर हर तबके के लोग पहुंचकर सोना-चांदी सहित लक्ष्मी-गणेश वाले सिक्कों की भी खरीददारी करते नजर आये।