जबलपुर: शहर के अंदर बाजारों में अतिक्रमण और कब्जाधारी के हौसले दिन- ब- दिन बुलंद होते जा रहे हैं। इन दुकानदारों द्वारा अपनी दुकान से बाहर सडक़ किनारे तक सामान रखकर सजा दिया जाता है। दीपावाली त्यौहार के चलते बाजारों में खरीदारी करने वालों की भीड़ उमड़ रही है। जिसको लेकर बाजारों में वाहन तक खड़े करने की जगह नहीं मिलती है। आगामी दिनों में बढऩे वाली भीड़ को लेकर बाजारों के अंदर यातायात दबाव और भी बढ़ जाएगा,जिससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। बाजारों में दुकान संचालकों द्वारा सडक़ के किनारे तक समान सजा लिया जाता है, जिससे यहां सडक़ पूरी तरह से संकरी हो जाती है और दुकानों में आने वाले ग्राहकों के वाहन भी सडक़ों पर खड़े होते हैं। जिसके कारण राहगीरों को आने- जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन इससे इन व्यापारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है,उनको सिर्फ अपने व्यापार करने और सडक़ों तक दुकान सजाए रहने से ही मतलब होता है।
10-10 फिट तक सजती है दुकानें
बाजार के अंदर व्यापारी 11 बजे अपनी दुकान खोलते ही डमी और अन्य सामान बाहर सडक़ों के किनारे तक सजाना शुरू कर देते हैं। जिससे सडक़ों के किनारे कब्जा कर फुटपाथ पर पूरी 10- 10 फीट तक की दुकानें सजा लेते हैं। जिसके कारण यहां आने वाले ग्राहकों को मजबूरन अपने वाहन सडक़ों पर खड़े करने पड़ते हैं। जिससे रोजाना ट्रैफिक जाम की स्थिति बाजार के अंदर निर्मित होती है और कभी-कभी बड़े वाहनों के प्रवेश से जगह न मिलने के कारण वाहनों की लंबी कतारें बाजारों के अंदर देखने को मिलती हैं।
अतिक्रमण की कार्यवाही बेअसर
बाजारों में बढ़ती भीड़ और यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए नगर निगम द्वारा पूर्व में बाजारों के अंदर अतिक्रमण की कार्यवाही की थी। जिसमें सडक़ों के किनारे खड़े ठेले- टपरे और दुकानों के बाहर रखा हुआ सामान को भी जप्त किया गया था। लेकिन इस कार्यवाही का असर कुछ ही समय तक दिखा, उसके बाद दोबारा बाजार के अंदर सडक़ किनारे तक दुकान लगने लगी हैं। जिससे पूरे बाजार की सडक़ आवागमन करने के लिए संकरी पड़ जाती है।
इनका कहना है
पूर्व में कार्यवाही की गई थी, लेकिन दोबारा लोग अतिक्रमण जमा लेते हैं। त्यौहार में बाजार वालों को समझाइश दी जाएगी। जिससे व्यवस्था बनी रहे।
सागर बोरकर,
सहा. आयुक्त अतिक्रमण शाखा