नयी दिल्ली 17 अक्टूबर (वार्ता) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में गुरुवार को मलावी की राजधानी लिलोंग्वे पहुंचीं।
राष्ट्रपति सचिवालय ने एक वक्तव्य जारी करके कहा कि मलावी के उप राष्ट्रपति माइकल यूसी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने कामुज़ू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर श्रीमती मुर्मु का स्वागत किया। हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति के पहुंचने पर पारंपरिक सांस्कृतिक प्रदर्शन प्रस्तुत किया गया।
यह भारत की ओर से मलावी की पहली राजकीय यात्रा है। राष्ट्रपति के साथ राज्य मंत्री सुकंता मजूमदार, संसद सदस्य मुकेश कुमार दलाल और श्री अतुल गर्ग भी थे। बाद में, राष्ट्रपति ने भारत-मलावी बिजनेस मीट में हिस्सा लिया और उसे संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि मलावी प्राकृतिक भंडार और उपजाऊ कृषि भूमि से समृद्ध देश है। दूसरी ओर भारत के पास एक बड़ा उपभोक्ता आधार है और इसकी बड़ी आबादी के लिए ऊर्जा, खनिज और भोजन की मांग बढ़ रही है। हमारे दोनों देश कई क्षेत्रों में तालमेल बिठाने के लिए एक साथ आ सकते हैं। कृषि, खनन, ऊर्जा, पर्यटन आदि क्षेत्रों में हमारे सहयोग को बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और मलावी के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ रहा है। भारत मलावी का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। विभिन्न क्षेत्रों में 50 करोड़ डॉलर से अधिक के निवेश के साथ भारत मलावी में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है।
उन्होंने कहा कि भारत-मलावी साझेदारी केवल सरकारों तक ही सीमित नहीं है, क्योंकि अफ्रीका एक महत्वपूर्ण व्यापार और निवेश गंतव्य के रूप में उभरा है। भारत का निजी क्षेत्र इस प्रोत्साहन को आगे बढ़ाने में सबसे आगे है। अफ्रीका में विभिन्न क्षेत्रों में बहुराष्ट्रीय और एसएमई दोनों भारतीय कंपनियों द्वारा निवेश बढ़ रहा है।
राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत-मलावी बिजनेस मीट में हुई चर्चा दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक संबंधों को विकसित करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
शाम को राष्ट्रपति एक स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगी।