नयी दिल्ली 07 अक्टूबर (वार्ता) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि भारत की स्वास्थ्य प्रणाली सार्वभौमिक स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए “संपूर्ण सरकार और संपूर्ण समाज” का दृष्टिकोण अपनाती है जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और आवश्यक सेवाओं को मजबूत करने पर जोर दिया जाता है।
श्री नड्डा ने सोमवार को यहां विश्व स्वास्थ्य संगठन दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र (एसईएआरओ) के 77 वें सत्र के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप केंद्र सरकार ने दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री – जन आरोग्य योजना शुरू की है। इस योजना में 12 करोड़ से अधिक परिवार शामिल हैं जिन्हें प्रति परिवार 6,000 डॉलर का वार्षिक लाभ मिलता है।
क्षेत्रीय समिति की बैठक के उद्घाटन सत्र में पदाधिकारियों का चुनाव तथा प्रस्तावों और निर्णयों के लिए मसौदा समूह का निर्धारण है। इस कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य लोगों में विश्व स्वास्थ्य संगठन की डॉ. रजिया पेंडसे, भूटान के स्वास्थ्य मंत्री ल्योनपो टंडिन वांगचुक, मालद्वीव के स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल्ला नाज़िम इब्राहिम, नेपाल के स्वास्थ्य एवं जनसंखया मंत्री प्रदीप पौडेल, तिमोर लेस्ते स्वास्थ्य मंत्री एलिया एंटोनियो डी. अरुजो डॉस रीस अमरल, बंगलादेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ सचिव एमए अकमल हुसैन आज़ाद, इंडोनेशिया के स्वास्थ्य महासचिव कुंटा विबावा दासा नुग्रहा, कोरिया लोकतांत्रिक जनवादी गणराज्य के राजदूत चोई हुई चोल और थाईलैंड के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के उप स्थायी सचिव डॉ. वीरवुत इमसमरान शामिल रहे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय संबंधी बीमारियों जैसी स्थितियों से निपटने के लिए 2010 से एनसीडी की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम लागू कर रहा है।